सीवान के कई प्रखंडों में नहीं हो रहा है लॉकडाउन का अनुपालन
खुल रहे हैं दुकानें, बाजरों में दिख रहा है भीड़
श्रीनारद मीडिया, मनीष कुमार, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लॉक डाउन का अनुपालन नहीं हो रहा है। प्रखंडों से सूचना मिल रही है कि कई चौक चौराहों पर दुकान खुल रही है तो कहीं शाम में बाजार हाट भी लग रहे है। जिले के पचरुखी प्रखंड मुख्यालय जो सिवान छपरा मुख्य मार्ग पर स्थित है, और प्रमुख पदाधिकारियों का इस मार्ग से आना जाना लगा रहता है। सरकार द्वारा घोषित लोक डाउन पुलिस की अनदेखी से क्षेत्र में ठीक से लागू नहीं हो पा रहा है। प्रखंड के सभी मुख्य बाजारों पचरुखी मुख्यालय बाजार, तरवारा बाजार ,सुपौली बाजार, गम्हरिया बाजार ,सरौति बाजार सहित अन्य सभी छोटे बड़े बाजारों पर सभी दुकाने खुल रही हैं।महराजगंज जो अनुमंडल मुख्यालय है वहां की लापरवाही के तो कहने ही क्या।रविवार तो कम्प्लीट लॉक डाउन के लिए निर्धारित दिन है।सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर जनादेश की टीम सुमन चौक पहुंचती है तो देखती है कि सभी प्रकार की दुकान खुली है बाजार में काफी संख्या में भीड़ भरा हुआ है जो यह दिखाने के लिए पर्याप्त था कि इस अनुमंडल मुख्यालय पर लॉक डाउन का कितना पालन हो रहा है।हमारी टीम वहां से पुरानी बाजार,काजी बाजार,सब्जी मंडी,बाटा मोड़ होते हुए ओभरसियर मोड़ तक गई पर हर जगह दुकानदार और ग्राहक नियमों का मजाक उड़ाते देखे गए।खास बात यह रही कि इस दरम्यान कही भी पुलिस का जवान नजर नही आया।उसके बाद हमारी टीम तरवारा बाजार पहुंचती है वहां भी सब्जी मंडी ,बड़हरिया रोड,बसंतपुर रॉड महराजगंज रोड सभी जगह दुकाने खुली मिली।उनको रोकने टोकने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई नजर नही आया।स्थानीय प्रशासन इन चीजों को देखते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।कारवाई के नाम पर सीओ,वीडियो,थानाध्यक्ष द्वारा कभी कभार 1-2 दुकानों को सील कर खानापूर्ति कर ली जाती है।जबकि हकीकत यह है की सख्ती से लॉक डाउन का पालन करवाए बगैर कोरोनावायरस पर काबू नही पाया जा सकता। सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन मैं कुछ आवश्यक चीजों की दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। आदेशित दुकानें भी सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक ही खुल सकती हैं,जबकि ग्रामीण इलाकों में सुबह 8:00 बजे से 12:00 बजे तक।लेकिन हालात यह है कि दुकानें पूरी दिन खुली रहती हैं सिर्फ उन के शटर सामने से बंद होते हैं दुकानदार वहीं आसपास मंडराते नजर आते हैं, और ग्राहक को देखते हैं और उनसे बात कर शटर उठाकर सामान दे देते हैं जबकि यह ग्राहक और दुकानदार दोनों के लिए खतरनाक है लेकिन दोनों में कोई भी मानने को तैयार नहीं है। रविवार को जनादेश टीम ने पचरुखी दुरौंधा महाराजगंज तरवारा वो रास्ते में पढ़ने वाले अन्य कई छोटे-बड़े बाजारों का दौरा किया और पाया कि वास्तव में सभी दुकानें खुल रही हैं और लोगों के मन में प्रशासन का कोई डर नहीं है जबकि यह भी हकीकत है कि प्रशासन अपने स्तर से कोशिश तो कर रहा है पर लोग मानने को तैयार नहीं यह बात उन लोगों को भी समझनी होगी जो किसी न किसी काम का बहाना लेकर प्रतिदिन बाजार आ रहे हैं और जरूरी सामान के साथ हो सकता है कि कोरोना वायरस हीं खरीद कर ले जाएं जिससे उनका स्वयं का परिवार उनका गांव, टोला, पंचायत, प्रखंड ,जिला सभी प्रभावित होंगे कहने को तो अभी करोना कि रफ्तार कम हो गई है ,परंतु हकीकत यह है कि यह लगातार गांवो में अपना पैर पसार रहा है। जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ आम जनमानस जिम्मेवार है हमें सरकारी फैसलों का सम्मान करना होगा और सरकार द्वारा बनाए नियम कायदों को मानना होगा सरकारी आदेशों का पालन कर प्रशासन के लोगों का साथ देना होगा तभी हम कोरोनावायरस पर काबू पा सकते हैं।
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