किसानों के काला दिवस का आइपीएफ ने किया समर्थन
आइपीएफ कार्यकर्ता 26 को करेंगे विरोध प्रदर्शन
काले कृषि कानून व लेबर कोड वापस ले मोदी सरकार
श्रीनारद मीडिया, लखनऊ (यूपी):
संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त टेªड यूनियन्स के आवाहन पर आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट, जय किसान आंदोलन से जुड़े मजदूर किसान मंच, वर्कर्स फ्रंट के कार्यकर्ता किसान आंदोलन के छः माह पूरे होने पर 26 मई को आयोजित काला दिवस में भाग लेकर विरोध प्रदशर्न करेंगे। यह जानकारी प्रेस को जारी अपने बयान में आइपीएफ के राष्ट्रीय प्रवक्ता एस. आर. दारापुरी व मजदूर किसान मंच के महासचिव डा. बृज बिहारी ने दी। इस विरोध प्रदर्शन में आइपीएफ किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानूनों और मजदूर विरोधी लेबर कोड रद्द करने, विद्युत संशोधन विधेयक 2021 को वापस लेने, आंदोलन के दौरान किसानों पर लादे मुकदमें वापस लेने, कोरोना महामारी में इनकम टैक्स न देने वाले हर परिवार को आर्थिक मदद देने, सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने, पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बढ़ी कीमते वापस लेने, वनाधिकार कानून के तहत जमीन का पट्टा देने, रोजगार के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाने और मनरेगा में 150 दिन काम व बकाया मजदूरी के भुगतान और देश के सार्वजनिक उद्योगों व प्राकृतिक सम्पदा के निजीकरण को खत्म करने, की मांगों को प्रमुखता से उठायेगा।
उक्त जानकारी एस. आर. दारापुरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने दी।
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