ये वैक्सीन है कोई साधारण पैरासिटामॉल की गोली नहीं,केजरीवाल पर संबित पात्रा का पलटवार.

ये वैक्सीन है कोई साधारण पैरासिटामॉल की गोली नहीं,केजरीवाल पर संबित पात्रा का पलटवार.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोविड-19 वैक्सीन की अधिक मांग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता संबित पात्रा ने गुरुवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली में टीके की कमी का हवाला देते हुए कहा था कि 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लिए वैक्सीन समाप्त हो गई है और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए कोवैक्सीन का स्टॉक भी खत्म हो गया है। उन्होंने कहा था कि ऐसा सिर्फ दिल्ली का नहीं बल्कि पूरे देश का मामला है। उन्होंने कहा था कि अगर भारत में लोगों को सही समय पर टीका लगा दिया गया होता, तो संभवत: दूसरी लहर का असर कम हो सकता था और कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी।

केजरीवाल की इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और कुछ नेता वैक्सीन को लेकर जो रोज नए-नए सवाल पूछ रहे हैं वो याद रखें कि ये वैक्सीन है, काउंटर पर मिलने वाली कोई साधारण पैरासिटामॉल की गोली नहीं है कि आप गए उठाया और भारत लेकर चले आए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भारत के अंदर वैक्सीन आए इसके लिए कानूनों को अप्रैल में आसान बनाया है।

पात्रा ने कहा कि कोवैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक का पहले सिर्फ एक प्लांट था, लेकिन आज भारत बायोटेक के चार प्लांट चल रहे हैं क्योंकि भारत सरकार ने वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए काम किया है। उन्होंने बताया कि PSUs को भी वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने की अनुमति दे दी गई है और वे भी कोवैक्सीन के उत्पादन में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली को 45,46,070 वैक्सीन की डोज केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त दी गई हैं। अरविंद केजरीवल ने वैक्सीन कंपनियों से अब तक सिर्फ 8,17,690 डोज का ही इंतजाम किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार से ज्यादा दिल्ली के निजी अस्पतालों ने अपने बूते पर अभी तक 9,04,720 डोज का इंतजाम किया है।

कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में टीम इंडिया को साथ आना चाहिए : केजरीवाल

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश में टीके की भारी कमी का हवाला देते हुए बुधवार को कहा था कि अगर केंद्र और राज्य मिलकर इस घातक वायरस का मुकाबला करने में विफल रहते हैं तो भारत कोविड के खिलाफ यह लड़ाई हार जाएगा। केजरीवाल ने केंद्र और राज्यों से टीके खरीदने के लिए टीम इंडिया के रूप में हाथ मिलाने की अपील की थी। केजरीवाल ने कहा था देश टीके क्यों नहीं खरीद रहा है? भारत कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है और ऐसी स्थिति में राज्य सरकारों को खुद ही देखने के लिए नहीं कहा जा सकता है। अगर कल, पाकिस्तान भारत के खिलाफ युद्ध की घोषणा करता है, तो क्या उत्तर प्रदेश को अपने टैंक खरीदने चाहिए और दिल्ली को अपने हथियार?

उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों में कई बड़ी गलतियां की गईं। ऐसे समय जब दूसरे देश अपने नागरिकों का टीकाकरण कर रहे थे, हम टीकों का निर्यात कर रहे थे। देश में टीकाकरण में पहले ही छह महीने की देरी हो गई है। केजरीवाल ने दावा किया कि भारत ने कोविड के खिलाफ पहला टीका विकसित किया था। उन्होंने इसको लेकर निराशा व्यक्त की कि टीकाकरण की तात्कालिकता अभी भी गायब है। उन्होंने कहा कि भारत यह लड़ाई नहीं हार सकता। यदि केंद्र सरकार हारेगी तो भाजपा नहीं हारेगी, भारत हारेगा। यदि दिल्ली सरकार हारेगी तो आम आदमी पार्टी नहीं हारेगी, भारत हारेगा। यदि महाराष्ट्र सरकार हारती है तो शिवसेना नहीं हारेगी, भारत हारेगा। उन्होंने कहा कि यह समय सामंजस्यपूर्ण ढंग से काम करने का है, राज्य सरकारों के साथ प्रतिस्पर्धा में शामिल होने का नहीं है। उन्होंने कहा कि यह वह समय है जब 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को केंद्र सरकार के साथ मिलकर टीम इंडिया के रूप में काम करना चाहिए।

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