प्रेरणास्रोत थे डॉ रफत हुसैन: जिलाधिकारी
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी किशनगंज डा0 रफत हुसैन का कोरोना से निधन
श्रीनारद मीडिया, किशनगंज, (बिहार):
करीब 17 वर्ष तक किशनगंज में चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के पद पर अपनी सेवा देने वाले डॉ रफत हुसैन का निधन शनिवार देर रात कोरोना संक्रमण से हो गया। डॉ रफत हुसैन के निधन की खबर मिलते ही किशनगंज जिले में शोक की लहर दौड़ गई। खासकर किशनगंज का चिकित्सा जगत एवं उनसे जुड़े लोग काफी दुःखी हैं। मिली जानकारी के अनुसार डॉ रफत हुसैन बीते कई दिनों से कोरोना से संक्रमित थे। तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें पूर्णिया के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान ही शनिवार की रात उनका निधन हो गया। डॉ रफत हुसैन के निधन की खबर जैसे ही किशनगंज पहुंची यहां शोक की लहर दौड़ गई। डॉ रफत हुसैन का जिले के खास लगाव था। वे यहां 2007 से वर्तमान तक कार्यरत रहे।
डॉ. रफत हुसैन को स्वास्थ्य विभाग ने अहम जिम्मेदारी सौंपते हुए जिले के प्रतिरक्षण पदाधिकारी के पद पर तैनात किया था। वर्तमान में इसी पद पर रहते हुए उनका निधन हो गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के आकस्मिक निधन के बाद सोमवार को जिले के सदर अस्पताल मैं चिकित्सक-कर्मियों ने उनके सम्मान में मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी।
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने शोकसभा का आयोजन कर दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा उनके निधन से स्वास्थ्य विभाग काफी शोकाकुल है। डॉ रफत शाहब काफी मधुर स्वभाव के व्यक्ति थे। उनका आकस्मिक निधन काफी पीड़ादायक है। चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक जताया। उन्होंने बताया पिछले वर्ष कोरोना लॉकडाउन के समय प्रवासी लोगों की सेवा उन्होंने जिस तरह किया उसे आज भी यहां के लोग याद करते हैं। दिन हो या रात उनका मोबाइल हमेशा खुला रहता था। कोई भी व्यक्ति उनसे मोबाइल पर चिकित्सकीय सहायता प्राप्त कर सकता था। उस आपात स्थिति में उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए जिले वासी हमेशा याद रखेंगे।जिला में टीकाकरण की स्थिति को भी सुधारने में उनका काफी सहयोग रहा। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ रफत हुसैन की कोरोना से हुई आकस्मिक मृत्यु पर सदर अस्पताल के परिसर में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने शोक सभा कर उन्हें श्रद्धांजली दी। कोरोना संक्रमण के कारण शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शोकसभा की गई।
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा डॉ रफत हुसैन एक नेकदिल इंसान और बेहतरीन चिकित्सक थे। उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। कोरोना की इस लड़ाई में औरों की देखभाल एवं रक्षा के लिए उन्होंने खुद को बलिदान कर दिया। जिनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और इस देश से कोरोना का खात्मा होकर रहेगा। इस दौरान दिवंगत चिकित्सक को याद करते हुए उन्होंने कहा वे कर्तव्यंनिष्ठ, प्रेरणास्रोत एवं समय के पक्के थे। वहीं दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की। शोकसभा में जिला उप विकास आयुक्त मनन राम, सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम, डॉ देवेंद्र कुमार, डॉ मंजर आलम, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम, एस एम ओ डॉ अमित राव, यूनिसेफ के एजाज एहमद आदि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।
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