Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
बंद कमरे में ममता बनर्जी के साथ मीटिंग के बाद तृणमूल में शामिल हुए मुकुल रॉय. - श्रीनारद मीडिया

बंद कमरे में ममता बनर्जी के साथ मीटिंग के बाद तृणमूल में शामिल हुए मुकुल रॉय.

बंद कमरे में ममता बनर्जी के साथ मीटिंग के बाद तृणमूल में शामिल हुए मुकुल रॉय.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शुभेंदु अधिकारी के बढ़ते कद से परेशान मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गये. शुक्रवार (11 जून) को तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ बंद कमरे में मीटिंग के बाद मुकुल ने तृणमूल में वापसी की. इससे पहले ममता ने पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ बैठक की. मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय भी टीएमसी में शामिल होंगे.

चुनाव से पहले और चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से ही चर्चा थी कि मुकुल भाजपा छोड़कर तृणमूल में लौट सकते हैं. लेकिन, इस चर्चा को तब हवा मिली, जब कोरोना से संक्रमित मुकुल की पत्नी कृष्णा से मिलने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी अस्पताल पहुंचे. हॉस्पिटल में अभिषेक ने मुकुल के बेटे शुभ्रांशु से मुलाकात की. इसके बाद दिलीप घोष भी अस्पताल गये. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन करके मुकुल से उनकी पत्नी की सेहत के बारे में जानकारी ली.

प्रधानमंत्री के फोन के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी फोन पर मुकुल की पत्नी कृष्णा का हाल जाना. इसके साथ ही इस आशंका को बल मिलने लगा कि मुकुल रॉय की तृणमूल से नजदीकियां बढ़ रही हैं. पिछले दिनों भाजपा की सांगठनिक बैठक में उनका नहीं जाना और यह बयान देना कि बैठक के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गयी थी, ने इस बात पर मुहर लगा दी कि भाजपा और मुकुल में सब कुछ ठीक नहीं है.

बताया जा रहा है कि मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु भी अपने पिता के साथ अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में लौट जायेंगे. मुकुल रॉय विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे सकते हैं. कालीघाट स्थित ममता बनर्जी के आवास पर बैठक के बाद मुकुल राय तृणमूल भवन पहुंचेंगे और एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस का झंडा थाम लेंगे. भाजपा ने बंगाल विधानसभा चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह हार गये थे.

एक जमाने में तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी के बाद नंबर दो की हैसियत रखते थे. तृणमूल कांग्रेस छोड़ने वाले वह पहले बड़े नेता थे. मुकुल के कहने पर ही बाद में अर्जुन सिंह और अन्य टीएमसी के नेता भाजपा में शामिल हुए. कहा तो यहां तक जा रहा है कि बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ही वह तृणमूल में लौटना चाहते थे, क्योंकि दिलीप घोष से उनकी नहीं बनती थी. हालांकि, बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय से उनकी अच्छी जमती थी. अब जबकि कैलाश को ही किनारे लगा दिया गया है, तो मुकुल को अपना भविष्य सुरक्षित नहीं दिख रहा.

एक सप्ताह में ममता से 4 बार हुई मुकुल की बात

सूत्रों का कहना है कि एक सप्ताह में मुकुल राय और ममता बनर्जी के बीच कम से कम 4 बार फोन पर बात हुई. विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल सांसद सौगत राय ने मुकुल के तृणमूल में लौटने के संकेत दे दिये थे. सौगत ने कहा था कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जो अभिषेक बनर्जी के संपर्क में हैं और तृणमूल में लौटना चाहते हैं.

इस अवसर पर मुकुल रॉय ने कहा कि अपने पुराने घर में लौटकर उन्हें अच्छा लग रहा है. सभी पुराने लोगों से मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा से निकलकर वह उन लोगों के बीच पहुंच गये हैं, जिन्हें वह पहले से जानते हैं. बंगाल फिर अपना खोया गौरव हासिल करेगा. ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल फिर शीर्ष पर पहुंचेगा. मुकुल रॉय ने ममता बनर्जी को राष्ट्रीय नेता करार दिया.

तृणमूल में लौटने के बाद मुकुल ने कहा- बंगाल फिर अपना गौरव हासिल करेगा. भारत के नेता की अगुवाई में ऐसा होगा. वह भारत की नेता हम सबकी नेता ममता बनर्जी हैं. मुकुल रॉय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस से कभी भी उनके मतभेद नहीं थे. आज भी नहीं है और आगे भी कभी मतभेद नहीं होगा.

मुकुल ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी नहीं कर पाये. भाजपा नहीं कर पायेंगे, इसलिए तृणमूल कांग्रेस में लौट आये हैं. मुकुल रॉय ने कहा कि वह लिखित बयान जारी कर विस्तार से बतायेंगे कि वह भाजपा छोड़कर तृणमूल में क्यों लौटे. इस अवसर पर तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के अलावा अभिषेक बनर्जी, पार्थ चटर्जी, सुब्रत बक्शी, सुब्रत मुखर्जी समेत कई वरिष्ठ टीएमसी नेता मौजूद थे.

ये भी पढ़े….

Leave a Reply

error: Content is protected !!