मुखिया महासंघ ने बिहार सरकार के निर्णय को ऐतिहासिक निर्णय बताया
श्रीनारद मीडिया, मृत्युंजय तिवारी, छपरा (बिहार):
त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों जिला पार्षद, प्रखण्ड विकास समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्यों को अब परामर्शी समिति के अध्यक्ष और सदस्य के तौर पर अपने क्षेत्र के विकास में अपना योगदान देंगे। छपरा में जिला मुखिया संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर बिहार सरकार के इस निर्णय को ऐतिहासिक निर्णय बताया। सरकार को धन्यवाद देते हुए प्रदेश मुखिया महासंघ के अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि 15 जून का दिन निर्वाचित
पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल का अंतिम दिन था लेकिन राज्य सरकार ने परामर्श समिति का गठन कर अफसरशाही पर लगाम लगाने का काम किया है। अगर राज्य सरकार यह निर्णय नही लेती तो पंचायतों में लूट खसोट मच जाती। हम आपको बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर राज्य सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को टाल दिया है जिसके बाद वैकल्पिक तौर पर विकास कार्यो को अनवरत जारी रखने के लिए पूर्व निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का एक परामर्शी समिति पंचायतवार बनाया गया है जिसमे निवर्तमान मुखिया अध्यक्ष होंगे।
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