गांव में डोली नहीं, नाव से ससुराल आ रही है दुल्हन,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में हनुमाननगर के सिनुआरा पंचायत का बहपति गांव बाढ़ की वजह से टापू बन गया है. 25 सौ से अधिक की आबादी वाले इस गांव के लोगों के लिए आवागमन का एकमात्र सहारा नाव ही है. गांव के कमल पासवान के पुत्र मिथिलेश पासवान की शादी छह जुलाई को हायाघाट के रामभद्रपुर निवासी स्व. रामेश्वर पासवान की पुत्री संजना कुमारी से थी.
लड़का पक्ष के 20-25 लोग बारात भी गये. पोअरिया चौक से चार किमी नाव की सवारी कर दूल्हन के साथ दुल्हा घर पहुंच सका. एक ओर जहां दूल्हन को डोली पर लाने की परंपरा हुआ करती थी, वहीं आज परिस्थिति ऐसी हो चली है कि नाव पर सवार होकर दूल्हन घर के दरबाजे पर पहुंच रही है.
गांव में नाव मुहैया करायी जाये
जलस्तर के बढ़ने का क्रम जारी रहने से प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का संकट गहरा रहा है. हालांकि दो दिनों से बारिश नहीं होने से रफ्तार में कमी दर्ज की गयी है. बुधवार को सड़क संपर्क से वंचित गांव-टोले को अंचल प्रशासन द्वारा नाव मुहैया करायी गयी.
सीओ कैलाश चौधरी ने बताया कि अंबेडकर नगर, वहपत्ती, काली, नेयाम, छतौना आदि गांव में नाव मुहैया करा दी गयी है. सामुदायिक किचेन चलाने के लिए मध्याह्न भोजन के साधन सेवी को तैयारी करने को कहा गया है.
इधर, पूर्व प्रमुख बसंत कुमार सिंह, पूर्व उप प्रमुख झरोखा देवी, जय किशोर यादव, मुखिया महासंघ के अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी, पूर्व मुखिया विजय चौधरी, पूर्व मुखिया विपिन साह समेत भाकपा माले के प्रखंड सचिव पप्पू पासवान, भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष रामाज्ञा चौधरी, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष शशिकांत साह, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष जय शंकर चौधरी, राजद प्रखंड अध्यक्ष दानिश अशरफ, राज्य महासचिव उदय शंकर चौधरी, जदयू जिला महासचिव डॉ विनय कुमार चौधरी, सीपीआइएम के सुधीर पासवान आदि ने प्रखंड को बाढ़ प्रभावित घोषित करने की मांग की है.
जनप्रतिनिधियों ने मवेशी पालकों को ऊंचे स्थानों व सड़कों पर मवेशी के साथ शरण लेने के लिए उन्हें अविलंब पन्नी मुहैया कराने की मांग की है.