सक्रिय है मवेशी चोर गिरोह, 15 दिन में दर्जन भर गाय-भैंसों की हुई चोरी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा शहरी क्षेत्र में इन दिनों मवेशी चोर गिरोह सक्रिय है. चोर गिरोह क्षेत्र में वाहनों के साथ-साथ अब मवेशियों की चोरी भी करने लगे हैं. गत 15 दिनों में चाईबासा शहरी क्षेत्र में मवेशी चोर गिरोह ने एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनभर के करीब मवेशियों को अपना निशाना बनाया है. ऐसा चाईबासा में पहली बार नहीं हो रहा है, बल्कि इससे पहले भी क्षेत्र से कई मवेशियों की चोरी हो चुकी है. पिछले दो सप्ताह से क्षेत्र में मवेशी चोर गिरोह की सक्रियता से पशुपालकों की नींद हाराम हो गयी है. इस वजह से चाईबासा के पशुपालकों में डर का माहौल बना हुआ है.
मवेशी चोर गिरोह ले भागे दर्जन भर गाय-भैंस
जानकारी के अनुसार, मवेशी चोर गिरोह ने चाईबासा के पुलहातु स्थित बलराम पंडित के घर के सामने खटाल में खूंटे से बंधी एक दुधारू गाय को गत 30 जून की देर रात अपना निशाना बनाया था. वहीं, पुलहातु के ही नरेश यादव के तीन गाय को एक-एक माह के अंतराल में चुराया है. इसके बाद 25 जून को घर के बाहर सड़क पर चरने गयी महादेव कॉलोनी निवासी दीपक झा के एक दुधारू गाय समेत बिजली ऑफिस के समीप स्थित ग्वाला बस्ती निवासी मनोज यादव के घर के खटाल में बंधी एक दुधारू गाय को भी चोर ले भागे है.
वहीं, 13 जून को मेरीटोला निवासी सुनील यादव के 3 भैंस, एक गाय व एक भैंस के बच्चे को भी पशुधन चोर गिरोह ने अपना निशाना बनाया है. इसके अलावा चाईबासा के मंगलाहाट तालाब किनारे स्थित टूटा बिल्डिंग खटाल से भी एक माह के अंदर चोर गिरोह ने तीन गाय की चोरी की है.
अच्छी नस्लों की गाय-भैंसों को गिरोह बना रहे निशाना
पशुपालक दूध का व्यापार करने के लिए आसपास के जिलों से महंगी दर पर दुधारू गाय-भैंसों को खरीद कर चाईबासा लाते हैं. एक पशुपालक ने बताया कि एक अच्छी नस्ल की भैंस की कीमत 60 हजार रुपये से शुरू होती है. वहीं, गाय 70 से 80 हजार रुपये में मिलती है. इधर, चाईबासा से चोरी हुई सभी गाय-भैंस अच्छी नस्लों की बतायी जा रही है. जिस कारण चोर गिरोह ने उन्हें अपना निशाना बनाया है.
लघुशंका को नींद खुली तो, मिली चोरी की जानकारी
पशुपालक बलराम पंडित ने बताया कि जब वे सुबह में लघुशंका के लिए घर से बाहर निकला, तो उन्हें खटाल में खूंटे से बंधी गाय की रस्सी कटी हुई और गाय गायब मिली. इसके बाद परिवार एवं आसपास के लोगों को उन्होंने घटना की जानकारी दी. तब जाकर एक व्यक्ति ने उन्हें बताया कि उसने सरायकेला मोड़ के समीप कुछ युवकों को पीकअप वैन में एक गाय को लोड कर ले जाते देखा था. इसके बाद मोटरसाइकिल से सभी ने विभिन्न इलाकों में गाय की खोजबीन की, लेकिन चोर गिरोह के सदस्य तबतक गाय लेकर दूर जा चुके थे.
पशुधन चोर गिरोह के ये इलाके है मुख्य टारगेट
चाईबासा में पशुधन चोर गिरोह ने मुख्य तौर पर चार से पांच इलाकों को अपना टारगेट बनाया है. इसमें मंगलाहाट स्थित तालाब के किनारे अवस्थित पुराना बिल्डिंग खटाल, बिजली ऑफिस के समीप स्थित ग्वाला बस्ती, मेरीटोला, पुलहातु के आसपास के खटाल व महादेव कॉलोनी आदि शामिल है.
क्या कहते हैं पशुपालक
मंगलाहाट के टूटा बिल्डिंग खटाल के पशुपालक गुड्डू यादव ने कहा कि एक माह के अंदर मेरी दो गाय खटाल से चोरी हो गयी है. चोरी के बाद गायों की काफी खोजबीन की, लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं लग पाया. क्षेत्र में इन दिनों गाय-भैंस की चोरी से पशुपालक काफी परेशान है.
बिजली ऑफिस के समीप ग्वाला बस्ती की प्रभा देवी ने कहा कि 25 जून की देर रात घर के खटाल में बंधी गाभीन गाय को चोर ले भागे. सभी गाय-भैंसों में अच्छी नस्ल की गाय को चोरों ने अपना निशाना बनाया है. घटना के बाद मेरे पति के द्वारा स्थानीय थाना में जानकारी दी गयी है.
वहीं, मेरीटोला के सुनील यादव ने कहा कि मेरे पांच गाय-भैंसों को चोर गिरोह ने अपना निशाना बनाया है. गाय-भैंस गत 13 जून को चरते हुए बड़ीबाजार पुल को पार किये, लेकिन शाम के 7 बजे के बाद से उनका कहीं कुछ पता नहीं लगा. थाना को जानकारी दी गयी है.
महादेव कॉलोनी निवासी दीपक झा ने कहा कि 25 जून को घर के समीप सड़क की ओर चरने गयी मेरे दुधारू गाय को चोर ले भागे है. घटना के बाद आसपास के इलाकों में गाय की काफी खोजबीन करने पर भी कुछ पता नहीं लग सका. अब गाय मिलने की उम्मीद भी नहीं है.
पुलहातु के बलराम पंडित ने कहा कि 30 जून की देर रात घर के बाहर खटाल में बंधी गाय की रस्सी काट चोर ले भागे है. शौच लगने पर नींद खुलने पर इसकी जानकारी लगी, तो गाय की काफी खोज की, लेकिन चोर हाथ नहीं लगे.