कितना खतरनाक है जीका वायरस, क्या है इसके लक्षण व बचाव के उपाय.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अभी कोरोना का कहर पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है. इधर, जीका वायरस ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. खबरों की मानें तो केरल में जीका वायरस दस संक्रमित पाए गए है. दरअसल, जीका वायरस भी एडीस मच्छर से ही फैलता है. जो डेंगू फैलाने का कारक माना गया है. आइये जानते हैं जिका वायरस लोगों को किन लक्षणों के साथ संक्रमित कर रहा है, क्या है कि बचाव के उपाय…
जानलेवा बीमारी
दरअसल, एडीस मच्छर द्वारा फैलने वाली बीमारी जीका वायरस चिकनगुनिया की तरह ही होता है. हालांकि, यह कोरोना की तरह काफी गंभीर बीमारी में से नहीं है लेकिन, सावधानी न बरतने से जान तक भी जा सकती है. दरअसल, जीका वायरस फ्लाविविरिडए वायरस फैमिली का होता है. यह यदि गर्भवती महिला को काट ले तो जन्म लेने वाले बच्चे में माइक्रोसेफली या अन्य जन्मजात समस्याएं हो सकती है.
कैसे फैलता है यह वायरस
जब एडीस मच्छर काटते है तो सलाइवा और सीमेन जैसे तरल पदार्थ के आदान-प्रदान से संक्रमन फैलता है. इंसांन के खून में इसका संक्रमण पाया जाता है.
क्या बरतें सावधानी
- यदि व्यक्ति जीका वायरस से संक्रमित पाया गया है तो 14 दिनों तक उसे बल्ड डोनेट करने से बचना चाहिए.
- जीका वायरस से बचना है तो घर में मच्छरों की एंट्री पर रोक लगाने के उपाय करना चाहिए. इनमें मच्छरदानी व अन्य मच्छर भगाने वाले उपाय शामिल है.
- सीडीसी में रिपोर्ट के मुताबिक जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति को शारिरीक संबंध बनाने से बचना चाहिए
जीका वायरस के लक्षण
- जीका वायरस के लक्षण डेंगू, चिकनगुनिया से मिलते-जुलते है. इस दौरान फीवर आना, त्वचा में लाल चकत्ता होना, ज्वाइंट्स में असहनिय दर्द व अन्य शामिल है.
- नार्मल मरीज 2 से 7 दिनों तक प्रभावित रह सकता है.
- इससे ठीक होने में 3-14 दिन का समय लग सकता है.
- इस दौरान व्यक्ति को तेज बुखार आ सकता है
- शरीर के विभिन्न हिस्सों में लाल चकत्ते पड़ सकते है
- काफी ज्यादा थकान महसूस हो सकता है
- सिर में तेज दर्द उठ सकता है
- मांसपेशियों व जोड़ों में असहनिय दर्द हो सकता है
- यदि गर्भवती महिलांए इससे संक्रमित होती हैं तो बच्चे जन्म के समय आकार में छोटे और अविकसित दिमाग वाले हो सकते है
- साथ ही साथ बच्चे किसी बीमारी के साथ भी जन्म ले सकते है
जीका वायरस से बचाव के उपाय
- यूएस सीडीसी के अनुसार जीका वायरस का अबतक कोई सटिक दवाई मौजूद नहीं है. ऐसे में घर में मच्छरों से बचाव के उपाय करने चाहिए. अगर फिर भी इससे संक्रमित होते हैं तो..
- भरपूर आराम करना चाहिए
- डिहाइड्रेशन से बचने के लिए प्रचूर मात्रा में तरल पदार्थ या पानी पीते रहना चाहिए
- फीवर और दर्द को समाप्त करने के लिए डॉक्टर की सलाह से एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) का सेवन करना चाहिए
- अपने मन से एस्पिरिन व अन्य दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए.
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