आमने-सामने हुये RSS नेता इंद्रेश कुमार और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री,क्यों?

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श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता इंद्रेश कुमार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर संघ पर उनकी टिप्पणी के लिए निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व की विषैली विचारधारा की वजह से ही 1971 में उनके देश का विभाजन हुआ था और अब सिंध व बलूचिस्तान भी जल रहे हैं और आजादी मांग रहे हैं।

दरअसल, ताशकंद में मध्य-दक्षिण एशिया सम्मेलन से इतर एक सवाल के जवाब में इमरान खान ने कहा था, ‘मैं भारत से कह सकता हूं कि हम काफी समय से सभ्य पड़ोसियों की तरह रहने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन हम क्या कर सकते हैं? आरएसएस की विचारधारा रास्ते में आ गई है।’ इसी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुमार ने कहा, ‘पाकिस्तान और देश का नेतृत्व स्वयं रक्तपात और जहरीली भावना से पैदा हुआ है। इसका जन्म भारत से 1947 में बेरहमी से विभाजित होने, तीन करोड़ लोगों के विस्थापन और 12 लाख लोगों की मौत और हत्या से हुआ था। लाखों महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी हुआ था।

इतना ही नहीं, यह अपने ही देश में हो रहे जुल्मों और अत्याचारों का प्रतीक है। आज सिंध और बलूचिस्तान जल रहे हैं और पाकिस्तानी नेतृत्व की कार्रवाइयों ने वहां लाशों का ढेर लगा दिया है। वे सभी स्वतंत्रता चाहते हैं। इसी तरह इसकी जहरीली विचारधारा 1971 में पाकिस्तान के विभाजन और बांग्लादेश के निर्माण का कारण बनी थी।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान बातचीत में अगर कोई बाधा है, तो वो है पाकिस्तान का आंतिकियों को संरक्षण देना। उन्होंने ये बात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कही जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की विचारधारा भारत-पाक वार्ता के आड़े आ रही है।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि RSS के कारण भारत से बातचीत नहीं हो पा रही है। संजय रावत ने बयान दिया कि आरएसएस की सोच ‘अखंड भारत’ की है और वह पूरे जम्मू कश्मीर को भारत का अटूट हिस्सा मानती है। उन्होंने कहा कि यही भारतीय जनमानस की भी भावना है।

शिवसेना सांसद ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को भारतीय प्रधानमंत्री से बात करनी चाहिए। यह कहना कि आरएसएस के कारण बातचीत बंद है; यह समझ से परे है। उन्होंने कहा आरएसएस एकमात्र संगठन है, जबकि बातचीत दो राज्य प्रमुखों के बीच की होनी है।

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान इन दिनों दो दिवसीय मध्य-दक्षिण एशिया सम्मेलन में भाग लेने के लिए उज्बेकिस्तान में है। इस सम्मेलन में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा रूस, जापान और अमेरिका के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शिरकत कर रहे हैं।

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