हंगामे के बाद लोकसभा सोमवार तक स्थगित, राज्य सभा से TMC सांसद शांतनु पूरे सत्र के लिए निलंबित.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
संसद का मानसून सत्र लगातार हंगामें की भेंट चढ़ रहा है। गुरुवार को संसद के उच्च सदन राज्य सभा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से कागज छीनने और उसे फाड़कर हवा में उछालने वाले टीएमसी के सांसद शांतनु सेन को उनके गलत व्यवहार के बाद पूरे मानसून सत्र के लिए राज्य सभा से निलंबित कर दिया गया है।
इसके बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिश की जिसके बाद राज्य सभा की कार्यवाही को 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। हंगामे के चलते लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने टीएमसी के सदन में हंगामे पर कहा कि ये उनकी पुरानी परंपरा है। उन्होंने इसको अशोभनीय बताया है।
– स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में कहा कि पीएम मोदी कई बार इस बात को कह चुके हैं कि वैक्सीनेशन प्रोग्राम का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। ये सरकार का लक्ष्य है कि 18 वर्ष से अधिक की आयु वाले हर व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन मिले। ये वक्त राजनीति करने का नहीं है।
– राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि उनका फोन भी टेप किया गया। उनका कहना था कि ये केवल प्राइवेसी का ही मामला नहीं है बल्कि विपक्षी नेता होने के नेता वो जनता की आवाज उठाते हैं। उन्होंने इसको जनता की आवाज पर हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए देश के गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से इस मामले की जांच करवाई जानी चाहिए। इसके दायरे में पीएम नरेंद्र मोदी को भी आना चाहिए।
– राहुल गांधी ने कहा है कि पेगासस को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। पीएम मोदी और गृह मंत्री इसको राज्यों और संस्थानों के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर आतंकियों के लिए किया जाता है।
– भाजपा नेता कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने राहुल गांधी के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की तरक्की नहीं चाहते हैं। वो ये भी नहीं चाहते हैं कि संसद सुचारू रूप से चले। यदि उन्हें ऐसा लगता था कि उनका फोन टेप हो रहा है तो उन्हें इसकी शिकायत कर जांच करवानी चाहिए थी।
– कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने कहा कि पार्टी के पास दो एजेंडा हैं। सिटिजन डाटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी एंड साइबर सिक्योरिटी। पेगासस मामले को पार्टी इनके तहत ही उठाएगी। स्टेंडिंग कमेटी को सवाल पूछने का पूरा अधिकार है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से इस मामले की जांच कराने की मांग की है।
– कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने पेगासस जासूसी मामले में लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव के लिए नोटिस दिया है।
– राज्य सभा में कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा सदन में किसानों के मुद्दे पर बिजनेस सस्पेंशन का नोटिस दिया है।
– सीपीआई (एम) इलामरम करीब ने नियम 267 के तहत राज्य सभा में नोटिस पेगासस जासूसी मामले में बहस करने के लिए बिजनेस सस्पेंशन का नोटिस दिया है।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) ने उच्च सदन में लगातार हो रहे हंगामे पर क्षोभ प्रकट किया है। उन्होंने (Rajya Sabha Chairman) शुक्रवार को प्रोद्योगिकी एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से टीएमसी सदस्य शांतनु सेन द्वारा बयान की प्रति छीनकर उसके टुकड़े हवा में लहराने की घटना को ‘सदीय लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया। साथ ही सदस्यों से सदन की कार्यवाही बाधित ना करने और जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने की गुजारिश की।
एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) ने शुक्रवार को कहा कि हंगामे के चलते संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद अब तक केवल कोविड-19 महामारी के मुद्दे पर चार घंटे की चर्चा हो पाई है और इसके अलावा कोई अन्य कामकाज नहीं हो पाया है। ऐसे में जब महामारी के खतरे के बीच यह सत्र आयोजित हुआ है तो इसमें जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जानी चाहिए। राज्यसभा के सभापति ने बृहस्पतिवार को सदन में हुए हंगामे और इस दौरान शांतनु सेन सहित अन्य विपक्षी नेताओं के आचरण को अशोभनीय बताया।
सभापति ने कहा कि गुरुवार को सदन जो कुछ हुआ उससे निश्चित तौर पर सदन की गरिमा प्रभावित हुई है। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में पहले ही साफ कर दिया गया था कि सदस्यगण मंत्री के बयान के बाद सवाल पूछकर अपनी शंकाओं का निवारण कर सकते हैं। लेकिन गुरुवार को दुर्भाग्यवश सदन की कार्यवाही तब निम्न स्पर पर पहुंच गई जब मंत्री के हाथों से बयान की प्रति छीन कर उसके टुकड़े हवा में लहरा दिए गए। यह संसदीय लोकतंत्र पर हमला है। ऐसी घटनाओं से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की गरिमा को चोट पहुंचती है।
उल्लेखनीय है कि प्रोद्योगिकी एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव बृहस्पतिवार को इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए भारतीयों की कथित जासूसी के मसले पर सदन में बयान दे रहे थे। इसी दौरान टीएमसी और कुछ अन्य विपक्षी दल के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के नजदीक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। वहीं टीएमसी के सदस्य शांतनु सेन ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से बयान की प्रति छीन ली और उसके टुकड़े कर हवा में उछाल दिया। इस मामले में शांतनु सेन को उनके गलत व्यवहार की वजह से पूरे मानसून सत्र के लिए राज्य सभा से निलंबित कर दिया गया है।
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