संक्रमण से सुरक्षित रखने को एएनएम गीता सभी लोगों तक पहुंचा रही कोविड-19 टीकाकरण का लाभ
भ्रांतियों को दूर करते हुए टीकाकरण के लिए लोगों को करती हैं जागरूक:
ग्रामीण क्षेत्रों में शाम 6 से 07 बजे तक लगाती हैं टीका:
मुश्किल क्षेत्रों तक लोगों को सुरक्षित रखने के लिए टीका पहुंचा रहे स्वास्थ्य कर्मी: सिविल सर्जन
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया,(बिहार):
सरकार द्वारा लोगों को कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए मुफ्त में कोविड-19 टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में विशेष टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। जहां लोग आसानी से जाकर टीका लगा सकें । लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां टीका लगाना आसान नहीं है। ऐसे क्षेत्रों के लोगों में न सिर्फ टीका के प्रति आशंकाऐं भरी हुई हैं बल्कि परिवारिक परिस्थितियों के कारण भी लोग टीका लगाने से वंचित रह जा रहे हैं। ऐसे लोगों को कोविड-19 टीका के प्रति आश्वस्त करते हुए टीका लगा रही हैं एएनएम गीता कुमारी। एएनएम द्वारा लोगों को न सिर्फ संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण की महता के प्रति जागरूक करते हुए कोविड-19 टीका लगाया जाता है बल्कि ऐसे लोग जो कुछ विशेष परिस्थितियों के कारण टीका लगाने टीकाकरण स्थल तक नहीं पहुँच सकते उन्हें उनके घर तक पहुँच कर टीका लगाया जाता है।
भ्रांतियों को दूर करते हुए लगाती हैं टीका:
जिले के बायसी प्रखंड के बनगामा पंचायत के उप स्वास्थ्य केंद्र मड़वा की एएनएम गीता कुमारी ने बताया उनका टीकाकरण स्थल ग्रामीण क्षेत्र में है जहां ज्यादातर लोग अशिक्षित व मजदूर तबके के हैं। ऐसे लोगों में टीकाकरण के प्रति बहुत तरह की सुनी-सुनाई भ्रांतियां फैली हैं जैसे कि टीका लगाने के बाद तबियत बिगड़ जाती है, आदि। एएनएम गीता ने बताया मैं टीका लगाने के साथ समय निकालकर ऐसे लोगों को उनके घर जाकर समझाती हूँ कि कोविड-19 टीका उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए लगाया जा रहा है। इसका कोई भी साइड इफेक्ट्स नहीं होता है। पहले हम सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने खुद इसका टीका लगाया है और अभी हमलोग पूरी तरह स्वस्थ हैं इसलिए आपलोगों को भी टीकाकरण अभियान में शामिल होना चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में शाम 6 से 07 बजे तक लगाती हैं टीका:
एएनएम गीता ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण का समय शाम पांच बजे तक ही है लेकिन ग्रामीण लोगों को समझा बुझा कर टीका लगाने में मुझे प्रायः देर हो जाती है। अगर मेरे पास टीका उपलब्ध रहता है तो मैं हमेशा यह कोशिश करती हूं कि इसे बहुत से लोगों को लगाकर खत्म किया जाए। इसके लिए टीकाकरण स्थल पर लोगों को टीका लगाने के बाद में नहीं आ रहे लोगों के घर जाकर उन्हें टीकाकरण के लिए जागरूक करती हूं। वृद्ध या दिव्यांगजन लोग जो टीका स्थल पर नहीं पहुंच सकते उन्हें उनके सुविधाजनक स्थल पर जाकर टीका लगाती हूं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से लोग मजदूर तबके के हैं जो खेत-खलिहान से अपने काम समाप्त कर शाम 6 से 07 बजे तक घर आते हैं। अगर मेरे पास टीका उपलब्ध रहता है तो मैं ऐसे लोगों की प्रतीक्षा करती हूं और उनके आने पर उन्हें टीका जरूर लगाती हूँ।
मुश्किल क्षेत्रों तक लोगों को सुरक्षित रखने के लिए टीका पहुंचा रहे स्वास्थ्य कर्मी:
सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा ने कहा जिले में ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जहां पहुँचना आसान नहीं है। विशेष रूप से बायसी प्रखंड एक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है जहां के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के मौसम में पानी लग जाता है। वहां जाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को नावों का सहारा लेना पड़ता है। बहुत जगह नदी में पैदल ही जाना पड़ता है। स्वास्थ्य कर्मी द्वारा ऐसे जगहों में भी जाकर लोगों को टीका लगाया जा रहा है जिससे कि लोग कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि कोविड का टीका लगाने से लोगों में संक्रमण से मृत्यु की सम्भावना कम हो जाती है और यह संभावित तीसरी लहर में भी संक्रमित होने से बचाने में सहायक है। इसलिए सभी लोगों को टीका जरूर लगाना चाहिए।
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