ए.एन.एम. श्वेता ने ढ़ाई हजार से अधिक लोगों को अबतक लगाया कोविड का टीका
नवहट्टा प्रखंड अंतर्गत स्वास्थ्य उपकेन्द्र हाटी बराही में हैं पदस्थापित:
श्वेता अपने कामों को बखूबी अंजाम देने में लगी रहती-बीसीएम:
श्रीनारद मीडिया, सहरसा, (बिहार):
वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की तेज रफ्तार के बीच स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों का टीकाकरण कार्य भी जारी रहा। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता था। ऐसे में टीकाकरण कार्य में लगे स्वास्थ्य कर्मियों में ए.एन.एम. की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण रही है। कोविड टीका लगाने का अतिमहत्वपूर्ण कार्य इन दक्ष ए.एन.एम. के द्वारा ही सम्पादित किया जाना जरूरी भी था। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के कई ए.एन.एम. ऐसे चिह्नित किये गये जो इस दौरान अपनी सेवा के उत्कृष्ट निष्पादन की मिसाल बन गई। इन्हीं में से एक हैं श्वेता कुमारी, जो सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड में कोशी बांध के भीतर सुदूर गांव के स्वास्थ्य उपकेन्द्र हाटी बराही में कोविड टीकाकरण के लिये पदस्थापित की गई हैं। इन्होंने अकेले अब तक 2500 से अधिक लोगों को कोविड टीका लगाकर एक मिसाल कायम की है। अपने कार्य के प्रति लगाव एवं लोगों से सम्मानित व्यवहार का ही नतीजा है कि आज इन्हें अपने प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग के लोग ही नहीं बल्कि अन्य प्रशासनिक विभागों के पदाधिकारी सहित आम जनता भी श्वेता दीदी के नाम से संबोधित करने लगी है।
मजबूत इरादा और पक्का विश्वास से अपने कामों को दिया अंजाम-
ए.एन.एम. श्वेता कुमारी ने बताया मजबूत इरादा एवं पक्का विश्वास मेरे कार्य के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। मुझे स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण कार्य करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है तो यह मुझे करना ही है| इसके लिए मैंने अपना इरादा मजबूत कर लिया था । जैसे भी हो मैं यह कार्य पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ करूँगी। फिर क्या था 16 जनवरी से आरंभ कोविड टीकाकरण के सभी कार्य दिवसों पर जब भी मुझे टीकाकरण करने का काम दिया गया मैं पूरी तन्मयता के साथ इस काम को अंजाम देने में लग गयी। जिसका परिणाम है कि मैं अकेले ही आज तक लगभग 2500 से अधिक लोगों को कोविड टीका लगाकर उन्हें कोरोना जैसे महामारी से बचाने में सफल रही। श्वेता कुमारी बताती हैं कि जैसे ही कोविड का टीका आया लोगों में इसके प्रति तरह-तरह की भ्रांतियाँ फैल गयी। ऐसे में कोविड टीका के प्रति लोगों में विश्वास लाना सबसे जरूरी था। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के पदाधिकारी सहित धार्मिक गुरुओं एवं बुद्धिजीवियों द्वारा भी लोगों में फैली भ्रांतियों को दूर किया जा रहा था। वहीं मुझे पक्का विश्वास था कि इस प्रकार की भ्रांतियाँ अधिक दिन टिक नहीं पायेंगी और एक दिन ये सभी कोविड का टीका अवश्य लगवायेंगे। हुआ भी यही जोर-शोर से टीका लगवाने लोग आने लगे और मेरा विश्वास जीत गया। मैं भी पूरी तन्मयता के साथ लोगों को कोविड टीका लगाने के कार्य में लगी रही। जब भी मुझे स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुझे टीकाकरण कार्य के लिए बुलाया गया, मैंने अपनी सेवाऐं देने में कभी कोताही नहीं की।
चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी करते हैं इनकी प्रशंसा
प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक सह स्वास्थ्य प्रबंधक (बीसीएम) मखदूम अशरफ ने श्वेता कुमारी के बारे में बताया कि टीकाकरण के काम में इनकी मिसाल दी जा सकती है । ये अपने कामों को बखूबी अंजाम देने में लगी रहती हैं। हाटी बराही के लोगों के बीच भी अब ये काफी जानी पहचानी ए.एन.एम. हो गयी हैं। इनके इस व्यवहार से अन्य ए.एन.एम. भी प्रेरणा लेती रहतीं हैं।
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