भारतीय जनता पार्टी मढौरा पूर्वी मंडल कार्यसमिति की बैठक संपन्न
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
भारतीय जनता पार्टी मढौरा पूर्वी मंडल कार्यसमिति की बैठक आवारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय अंचल मढौरा ,पूर्वी मंडल अध्यक्ष अनिल शर्मा की अध्यक्षता में की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं दीनदयाल उपाध्याय जी के चलचित्र पर माल्यार्पण ,दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान के साथ विधिवत उद्घाटन किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में भाजपा जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा ,जिला महामंत्री अनिल कुमार सिंह ,जिला उपाध्यक्ष सह विधानसभा प्रभारी लालबाबू सिंह कुशवाहा ,उपाध्यक्ष तारा देवी, जिला महामंत्री सुपन राय,एवं प्रदेश किसान मोर्चा के मीडिया प्रभारी कृष्णा गुप्ता शामिल हुए।
उपस्थित रहे इस बैठक को बारी-बारी से संबोधित भाजपा के जिला अध्यक्ष राम दयाल शर्मा, जिला उपाध्यक्ष सह विधानसभा प्रभारी लाल बाबू सिंह कुशवाहा, महामंत्री अनिल सिंह, एवं जिला उपाध्यक्ष तारा देवी ने किया रामदयाल शर्मा जी ने बैठक को संबोधित करते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा कोरोना काल में लिए गए अभूतपूर्व फैसला का जिक्र किया जिसमें गरीब परिवारों को 6 महीना राशन मुफ्त व्यवस्था कराया गया जो कि अभी आप लोगों को नवंबर तक मिलेगा एवं कोविड-19 का टिका पूरे देश में मुफ्त दिलवाने का काम माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा किया गया,एवं सभी कार्यकर्ताओं से अपील की गई अपने अपने गांव में कोविड-19 की तिसरी लहर से बचाव के लिए लोगों में जागरूकता करने के लिए संकल्प लिया गया एवं भारतीय जनता पार्टी के संगठन को मजबूत करने का संकल्प लिया गया!!
जिसमें मुख्य रूप से उपस्थित अंबिका माझी, धनेश्वर उपाध्याय ,तेज नारायण सिंह, धर्मनाथ सिंह ,शैलेश कुमार यादव, मिथिलेश सिंह ,मुन्ना प्रताप सिंह कुशवाहा आईटी सेल सोशल मीडिया सहसंयोजक भाजपा मढौरा विधानसभा ,महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष कविता देवी, सविता देवी अरविंद सिंह ,लालबाबू सिंह, सतीश पांडे ,सनफुल राय, फुलेना सिंह ,मनोज शाह ,अशरफ अली ,कन्हैया साहनी ,चंदेश्वर सिंह राजदेव साह, शिवप्रसन्न भारती, अनिल सिंह, रमेश शाह, एवं अन्य सम्मानित कार्यकर्ता लोग उपस्थित हुए।
यह भी पढ़े
वादी न प्रतिवादी, 62 वर्षों से केवल तारीख पर तारीख.
फिरोज़पुर में सालाना फातिहा के मौके पर शेरी नशिस्त आयोजित
मधेपुरा में कोविड टीकाकरण का आंकड़ा 3. 52 लाख के पार
काफी पुराना है असम-मिजोरम सीमा विवाद,लेकिन नहीं निकल पाया नतीजा.