जांच में लापरवाही बरती तो CBI को हैंडओवर किया जाएगा केस-हाईकोर्ट.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
धनबाद जज मर्डर केस मामला सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) में पहुंचा गया है, क्यों कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने कोर्ट से स्वतंत्र जांच की मांग की है. जिस पर चीफ जस्टिस ने कहा था कि इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से बात कर ली गयी है, जिस पर हाईकोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए धनबाद के प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारियों से भी जवाब तलब किया है, साथ ही साथ मामले में झारखंड सरकार को भी नोटिस सौंपा गया है.
मामले में हाईकोर्ट के चीफ डॉ रविरंजन ने FIR में देर होने के कारण भी नराजगी जतायी है. साथ ही साथ डीजीपी को इस मामले में त्वरित कार्रावाई का भी निर्देश दिया है और कहा है कि हम इस मामले में मॉनिटरिंग करेंगे.
हाईकोर्ट ने आगे कहा कि अगर हमें लगता है जांच में किसी तरह की लापरवाही बरती जा रही है तो केस को सीबीआई जांच के लिए भी दिया जा सकता है.
बता दें कि धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद हर दिन की तरह बुधवार को भी मॉर्निंग वॉक पर निकले थे लेकिन जैसे ही वो रणधीर वर्मा चौक के पास पहुंचे उसी वक्त ऑटो ने पीछे से टक्कर मार दी. इससे वह सड़क पर गिर पड़े.
वहां से गुजर रहे लोगों ने आनन-फानन में उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH) पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सुबह 7 बजे तक जब वह घर नहीं पहुंचे, तो उनके परिवार वालों ने खोज शुरू की. इसके बाद पता चला कि सड़क दुर्घटना के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनकी मौत हो गयी है.
हालांकि इस मामले में पुलिस ने गिरीडीह से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राज्य सरकार ने भी जांच एसआईटी गठित कर दी है.
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एवी होमकर ने कहा कि सिटी एसपी राम कुमार के नेतृत्व में एसआइटी गठित कर दी गयी है. वहीं, पूरी टीम को खुद धनबाद एसएसपी संजीव कुमार लीड कर रहे हैं, जबकि बोकारो रेंज डीआइजी कन्हैया मयूर पटेल धनबाद पहुंच घटना को लेकर चल रही जांच की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. डीजीपी नीरज सिन्हा के निर्देश पर रांची से फोरेंसिक और सीआइडी टीम को जांच में सहयोग के लिए धनबाद भेजा गया है. तकनीकी साक्ष्य के लिए घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी का फुटेज पुलिस एकत्र कर रही है. इसके अलावा अन्य तकनीकी साक्ष्य भी जुटाये जा रहे हैं.
इधर, मॉर्निंग वॉक पर निकले जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट से इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है. एसोसिएशन ने कहा है कि जिस तरह इस घटना को अंजाम दिया गया है, उसके पीछे बड़ी साजिश हो सकती है. इसलिए इस मामले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए.
जज उत्तम आनंद की हत्या में शामिल ऑटो चालक और उसके सहयोगी लखन वर्मा और राहुल वर्मा को गिरिडीह से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ये दोनों जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह 12 नंबर के रहने वाले हैं. इस दौरान पुलिस ने ऑटो को भी जब्त कर लिया है.
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