2024 में खेला नहीं, मोदी का मेला होगा-रामदास अठावले.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपने अंदाज में बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंन कहा, ‘ममता बनर्जी बोल रही हैं की 2024 में खेला होगा, मैं उनको बताना चाहता हूं कि 2024 में नरेंद्र मोदी का मेला होगा और वो दोबारा सत्ता में आएंगे। भाजपा को विपक्ष से डर नहीं लगता। आप जितना विरोध भाजपा का करेंगे, भाजपा उतनी मजबूत होगी।’
तृणमूल कांग्रेस नेता और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी द्वारा मोदी विरोधी गठबंधन की संभावना के बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने गुरुवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम नरेंद्र मोदी का सामना करना ममता बनर्जी की क्षमता से परे है। रामदास अठावले ने ट्विटर पर कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी के नेतृत्व में कोई ‘खेला’ नहीं बल्कि एक ‘मेला’ होगा। प्रचंड जीत के साथ पीएम मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री चुने जाएंगे।
अठावले ने कहा कि नरेंद्र मोदी का सामना करना ममता बनर्जी की क्षमता में नहीं है। आने वाले (लोकसभा) चुनाव में नरेंद्र मोदी एक बार फिर स्पष्ट बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनेंगें। यह बात उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कही है।
रामदास अठावले की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब ममता बनर्जी 2024 में खुद को पीएम मोदी के खिलाफ प्रमुख दावेदार के रूप में पेश करने के लिए दिल्ली के गलियारों में तेजी से कदम बढ़ा रहीं हैं। इनदिनों बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी अन्य विपक्षी नेताओं के साथ भाजपा विरोधी रुख के साथ बातचीत कर रही हैं।
2024 में विपक्ष का चेहरा अभी भी नहीं है स्पष्ट
इसके अलावा, 2024 के चुनावों में विपक्ष के चेहरे पर अभी अस्पष्टता बनी हुई है। हालांकि, ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक की। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ भी बैठक की। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि 2024 के आम चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने संसद में बताया है कि हाथ से मैला उठाने की वजह से कोई मौत नहीं हुई है। ‘हाथ से मैला उठाने वालों के तौर पर रोजगार पर प्रतिबंध एवं उनका पुनर्वास अधिनियम, 2013’ के तहत हाथ से मैला उठाने पर प्रतिबंध है।
आठवले ने राज्यसभा में कहा- हाथ से मैला उठाने वाले 66,692 लोगों की हुई थी पहचान
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि हाथ से मैला उठाने वाले 66,692 लोगों की पहचान की गई थी।
आठवले ने राज्यसभा में कहा- हाथ से मैला उठाने की वजह से नहीं हुई कोई मौत
हालांकि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले यह पूछे जाने पर कि हाथ से मैला उठाने वाले कितने लोगों की मौत हुई है, केंद्रीय मंत्री ने ऐसी किसी मौत से इन्कार किया।
सरकार हाथ से मैला उठाने की वजह से किसी मौत को चिह्नित नहीं करती
सरकार हाथ से मैला उठाने की वजह से किसी मौत को चिह्नित नहीं करती बल्कि उन्हें सेप्टिक टैंकों और सीवरों की खतरनाक सफाई से हुई मौत बताती है। पिछले संसद सत्र में भी 10 मार्च को आठवले ने कहा था, ‘हाथ से मैला उठाने की वजह से कोई मौत रिपोर्ट नहीं हुई है। यद्यपि सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई के दौरान लोगों की मौत की रिपोर्टे हैं।’
सफाई कर्मचारी नेता ने कहा- मंत्री ने सीवरों की सफाई करते हुए 340 लोगों की मौत को स्वीकारा था
सफाई कर्मचारी आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक बेजवादा विल्सन ने कहा कि मंत्री महोदय ने खुद स्वीकार किया था कि सीवरों की सफाई करते हुए 340 लोगों की मौत हुई थी।
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