15 अगस्त से पहले बिहार में बनेगी RJD की सरकार- तेजस्वी यादव.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार विधानसभा का सत्र के दौरान राजद विधायक भाई वीरेंद्र के 15 अगस्त से पहले तेजस्वी यादव सीएम बनेंगे वाले बयान पर जहां पटना में सियासी घमासान मचा हुआ है. वहीं अब तेजस्वी यादव ने खुद इसपर बड़ा बयान दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि ये सब नेताओं की इच्छा है. उच्चस्तर पर इस तरह की कोई पहल नहीं हो रही है. उन्होंने आगे कहा कि लेकिन दूसरे लोगों को बताना चाहिए कि महंगाई क्यों बढ़ रही है.
आजतक चैनल के सीधी बात में तेजस्वी यादव ने कहा है कि नेताओं की कामना रहती है, लेकिन हम लोगों को कोई हड़बड़ी नहीं है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा, ‘यह चोर दरवाजे से आई हुई सरकार है. इसलिए कल क्या होगा इसपर कुछ कहा नहीं जा सकता है.’
जनता का समर्थन हमारे साथ– तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि बिहार चुनाव में जनता का समर्थन महागठबंधन को मिला, लेकिन चुनाव आयोग का फैसला एनडीए (NDA) के पक्ष में रहा. उन्होंने आगे कहा कि बिहार में हम जनता के मुद्दे पर लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे.
भाई वीरेंद्र ने किया था दावा– मनेर से राजद विधायक भाई वीरेंद्र (Bhai Virendra) ने अपने एक बयान में कहा था कि 15 अगस्त से पहले तेजस्वी यादव सीएम बनेंगे और बिहार के पटना के गांधी मैदान में झंडा फहराएंगे. भाई वीरेंद्र के इस बयान से सियासी हलचल तेज हो गई है. वहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने भाई वीरेंद्र के इस बयान पर हमला बोला था.
कांग्रेस के बिना विपक्ष की कामना करना बेमानी है, देश के 200 से ज्यादा ऐसे सीट हैं, जहां पर कांग्रेस की भाजपा से सीधी टक्कर है. विपक्ष को इन सीटों पर एकजुट होने की जरुरत है. ऐसा हुआ, तो भाजपा का अंत हो जायेगा. आजतक के विशेष कार्यक्रम ‘सीधी बात’ में प्रभु चावला से तेजस्वी यादव ने ये बाते कहीं. तेजस्वी यादव ने प्रभु चावला के साथ बातचीत में बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर भी कई सवाल खड़े किए.
प्रभु चावला से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता ने हमारे पक्ष में फैसला दिया था, लेकिन सरकार किसी और की बन गई. बातचीत के दौरान उन्होंने चुनाव परिणाम को लेकर भी सवाल खड़े किए.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार और विपक्ष के बीच संख्या का काफी कम ही अंतर है और कुल वोटों में सिर्फ 12 हजार का ही अंतर रहा है. तेजस्वी ने कहा, ‘हमारी विचारधारा है और उस पर ही हम लोग राजनीति करते हैं. लेकिन, कई लोग ऐसे हैं, जिनके पास अपनी कोई भी विचारधारा ही नहीं है.’
पार्ट टाइम नेता होने के आरोपों पर तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसा आरोप वे लोग लगाते हैं, जिन्हें सत्ता में रहकर काम करना था, लेकिन उन्होंने तब किया नहीं और अब इस प्रकार का आरोप लगा रहे हैं. इसकी बानगी कोरोना काल में दिखी. कोरोना के समय उत्पन्न स्थिति पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए.
उन्होंने कहा कि जब लोग कोरोना के दूसरी लहर में अस्पतालों और ऑक्सीजन के लिए दर-दर भटक रहे थे. हमने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी कि मुझे जनता की मदद करने के लिए बाहर निकलने की अनुमति दें, लेकिन हमें अनुमति नहीं मिली. इसके बाद हम अगर निकलते और अस्पताल जाते, तो कहा जाता कि आप कोरोना फैला रहे हैं. इसलिए अनुमति मांग रहा था.
‘लालू नाम नहीं, एक विचारधारा’
राजद लालू प्रसाद यादव से जुड़े एक सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू प्रसाद अब एक नाम नहीं है, बल्कि एक विचारधारा है. उनका वोटबैंक है. जब नीतीश कुमार साथ थे, तब भी सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी थी. उन्होंने कहा, ”लालू जी ने जो काम किया है, उसका असर अभी तक है.” तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी ने सामाजिक न्याय किया था और अगर हमें मौका मिलता है तो आर्थिक न्याय करेंगे. राजद पर लगने वाले एमवाई की पार्टी पर तेजस्वी ने कहा कि राजद सिर्फ एमवाई की पार्टी नहीं है, बल्कि यह पूरी ए-जेड की पार्टी है.