CBI करेगी जज के संदिग्ध मौत की जांच, सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद CM ने की अनुशंसा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
झारखंड में धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच अब CBI करेगी। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को इसकी अनुशंसा कर दी है। इससे पहले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने मामले में हस्तक्षेप किया था। कोर्ट ने DGP और CS से मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी थी।
दिवंगत जिला और सत्र न्यायधीश उत्तम आनंद के परिजन भी शुक्रवार को CM हेमंत सोरेन से मिले थे। उन्होंने उनकी हत्या की आशंका जताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। CM ने उन्हें भरोसा दिया था कि पूरे मामले की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपी राहुल और लखन को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में इस्तेमाल ऑटो को भी बरामद कर लिया गया है। जांच के लिए ADG रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है। इसमें SSP, DIG और SP रैंक के अधिकारी को शामिल किया गया था।
कब क्या हुआ
- 28 जुलाई की सुबह ऑटो ने धनबाद कोर्ट के ADJ-8 को रणधीर वर्मा चौक पर धक्का मारा। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
- 29 जुलाई को गिरिडीह और धनबाद से राहुल और लखन की गिरफ्तारी हुई
- 29 जुलाई को मामला हाईकोर्ट पहुंचा। हाईकोर्ट में सरकार ने बताया कि मामले की जांच के लिए ADG रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है
- 30 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और राज्य के DGP और CS से मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी
- 30 जुलाई को जज के परिजन CM हेमंत सोरेन से मिले
- 31 जुलाई को CM ने CBI जांच की अनुशंसा की
चोरी के ऑटो से मारा गया था धक्का
धनबाद पुलिस ने जज को टक्कर मारने वाले ऑटो को बुधवार देर रात गिरिडीह से बरामद किया था। जांच में पता चला है कि ऑटो मंगलवार को चोरी हुआ था और बुधवार सुबह 5.08 बजे जज उत्तम आनंद को टक्कर मार दी गई। वे सुबह पांच बजे वॉक पर निकले थे। बाद में घर से कुछ दूरी पर ही वे खून से लथपथ मिले।
घटना के डेढ़ घंटे के बाद कुछ युवकों ने जज को अस्पताल पहुंचाया। वहां इमरजेंसी में घंटे भर इलाज के बाद उन्हें सर्जिकल ICU में भर्ती किया गया और सुबह 9.30 बजे उनकी मौत हो गई।
गैंगस्टर समेत 15 अपराधियों का केस देख रहे थे उत्तम आनंद
उत्तम आनंद रांची के होटवार जेल में बंद गैंगस्टर समेत 15 बड़े अपराधियों के मामलों की सुनवाई कर रहे थे। उनके पास लंबित केसों में कई हाई प्रोफाइल मर्डर और आदतन अपराधियों के मुकदमे भी शामिल थे। उन्होंने दो मामलों में दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के जज उत्तम आनंद के सिर पर भारी चीज से चोट के निशान मिले हैं।
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