“स्वास्थ जीविका दीदी” अभियान के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
आशा लेंगी जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के सदस्यों व परिजनों की स्वास्थ्य सूचना:
कैम्प लगाकर किया जाएगा उच्च रक्तचाप, मधुमेह, सामान्य कैंसर आदि की जांच:
कोविड-19 टीकाकरण में भी टीएजी लाने का सिविल सर्जन ने दिया निर्देश:
श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया, (बिहार)
भारत सरकार द्वारा जनसंख्या आधारित गैर संचारी रोगों के नियंत्रण के सफल क्रियान्वयन को जिले में त्वरित गति प्रदान करने के लिए जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उप-स्वास्थ्य केंद्रों में एक विशेष अभियान “स्वस्थ जीविका दीदी” अभियान शुरू किया गया है। उक्त अभियान के तहत जिला स्तरीय जीविका इकाई के अधीन कार्यरत संकुल क्षेत्र संघ के कार्यालय पर विशेष कैम्प के माध्यम से जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य एवं उनके परिवार के 30 वर्ष से अधिक उम्र के परिजनों की स्वास्थ्य जांच की जानी है। उसके लिए जिला स्तर पर गैर संचारी रोग कोषांग द्वारा जिले के श्रीनायक होटल में सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम व एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उक्त नौ दिवसीय प्रशिक्षण में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को जिले के सभी जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह सदस्यों व उनके परिवार के 30 वर्ष से अधिक उम्र के परिजनों की गैर संचारी रोगों की जांच करना और उसकी जानकारी एनसीडी पोर्टल पर दर्ज करने की जानकारी दी गई। प्रशिक्षक के रूप में राज्य स्तर से डॉ. रणवीर चौधरी व रौशन कुमार जबकि जिला स्तर से सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा, आरपीएम नजमुल होदा, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, एनसीडीओ डॉ. वी. पी. अग्रवाल, एफएलसी केशव कुमार व जिला एमईओ दीपक कुमार उपस्थित रहे।
आशा द्वारा ली जाएगी स्वास्थ्य सूचना:
“स्वस्थ जीविका दीदी” अभियान के तहत आशा द्वारा प्रत्येक सोमवार, गुरुवार एवं शनिवार को अपने पोषक क्षेत्र के सभी जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के सभी सदस्यों एवं उनके परिवार में रहने वाले प्रत्येक परिवार का फैमिली फोल्डर के साथ उस परिवार के 30 वर्ष से अधिक उम्र के सभी सदस्यों की सी-बैक फॉर्म (समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र) पूर्ण रूप से भरा जाएगा जिसके माध्यम से परिवार के सभी सदस्यों की उम्र, परिजनों के धूम्रपान, शराब सेवन, शारीरिक माप, साप्ताहिक व्यायाम की स्थिति, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, टीबी, हृदय रोग आदि की जानकारी उपलब्ध की जाएगी। उक्त जानकारी के आधार पर विशेष कैम्प का आयोजन कर सभी सभी जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के सदस्यों व उनके परिजनों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
कैम्प द्वारा होगा उच्च रक्तचाप, मधुमेह, सामान्य कैंसर आदि की जांच:
आशा द्वारा उपलब्ध सी-बैक फॉर्म के आधार पर आयोजित विशेष कैम्प में एएनएम व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा सभी लोगों का उच्च रक्तचाप, मधुमेह, सामान्य कैंसर यथा- मुँह, स्तन, गर्भाशय का मुख आदि की जांच की जाएगी। जांच के बाद जो लोग स्वास्थ्य पाए जायेंगे अर्थात उच्च रक्तचाप, मधुमेह या कैंसर का सामान्य स्तर पाया जाएगा उन्हें बेहतर स्वास्थ्य जीवन शैली के लिए प्रेरित किया जाएगा जबकि लक्षणों वाले मरीजों से सम्बंधित सूचना को एएनएम द्वारा ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराई जाएगी और आवश्यकता अनुसार मुफ्त आवश्यक औषधि भी प्रदान की जाएगी। कैम्प के पश्चात भी गैर संचारी रोग से ग्रसित मरीजों का प्रत्येक छः माह पर आशा द्वारा फॉलोअप भी किया जाएगा। प्रतिमाह सभी प्रखंड से लोगों की गैर संचारी स्वस्थ जांच करते हुए डाटा जिला गैर संचारी रोग कोषांग को उपलब्ध कराई जानी है।
गैर संचारी रोग की जांच के साथ कोविड टीकाकरण में भी लाएं तेजी: सिविल सर्जन
“स्वस्थ जीविका दीदी” प्रशिक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा ने कहा जिले की सभी आशा द्वारा अपने पोषक क्षेत्र की जीविका एवं स्वयं सहायता समूह सदस्यों व उनके परिजनों का सी-बैक फॉर्म ससमय भरते हुए उनकी स्वास्थ्य जांच करवानी है। जांच के बाद भी नियमित रूप से उनका फॉलोअप कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेनी है और जरूरी सुविधा उपलब्ध कराना है। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सभी जानकारी को एनसीडी पोर्टल पर दर्ज कराना सुनिश्चित करेंगे। सिविल सर्जन डॉ. वर्मा ने कहा कि जिले में कोविड-19 टीकाकरण में भी तेजी लाने की जरूरत है। सभी स्वास्थ्य कर्मी अपने प्रखंड के सभी क्षेत्रों में कैम्प लगाकर लोगों को टीका लगाना सुनिश्चित करें। शहरी क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही को देखते हुए यहां जल्द शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करना आवश्यक है। इसके लिए आवश्यकता अनुसार घर-घर जाकर भी टीकाकरण करवाया जाए जिससे सभी लोगों को कोविड-19 टीका लगाया जा सके।