लापरवाही सही नहीं, महामारी अभी गयी नहीं- सिविल सर्जन
आपकी सुरक्षा कोविड अनुरूप व्यवहारों पर निर्भर
श्रीनारद मीडिया‚ सहरसा, (बिहार)
जिलें में कोरोना संक्रमण पर लगाम तो लगी है, लेकिन अभी भी इक्के-दूक्के मामले मिल रहे हैं। कुछ यही हाल एक्टीव केसों का भी है। जिले में अभी भी कुछ एक्टीव केसेस मौजूद हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर जारी टीकाकरण अभियान महामारी की रोकथाम को लेकर असरदार साबित हो रही है कोविड- 19 की दूसरी लहर अभी भी पूरे तौर पर समाप्त नहीं हुए हैं। टीकाकरण के साथ जिले में कोरोना मामलों की पहचान के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों सहित कैम्प लगाकर आरटीपीसीआर के माध्यम से नये मामलों की खोज जारी है। ताकि संभावित कोरोना की तीसरी लहर को टाला जा सके। इस बीच लोगों द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहारों की अनदेखी किया जाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है।
लापरवाही सही नहीं, महामारी अभी गयी नहीं-
सिविल सर्जन डा. अवधेश कुमार ने कहा कोरोना की दूसरी लहर अभी समाप्त नहीं हुई है। जिले में कुछ न कुछ नये मामले कुछ अंतराल पर ही सही लेकिन मिल ही रहे हैं। जो काफी गंभीर है। इस प्रकार नये कोविड- 19 संक्रमण के नये मामलों का मिलना चिंता का विषय होने के साथ इस बात की ओर भी इशारा करता है कि अभी भी हमारे आस-पास कोविड- 19 संक्रमण फैलाने वाले वायरस मौजूद हैं। जो कभी भी विकराल रूप ले सकती है। जिसका एक मात्र कारण लोगों द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहारों के पालन करने में बरती की गई लापरवाही साबित हो सकती है। वर्तमान समय में जब कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर काफी हद काबू पा लिया गया है। ऐसे में लोगों द्वारा बरती गयी लापरवाही सही नहीं है, क्योंकि महामारी अभी गयी नहीं है। आपकी स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा आपके द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहारों के अपनाये जाने पर ही निर्भर है। इसलिए मास्क लगायें, दो गज के दूरी का पालन करें और हाथों को बार बार धोते रहें।
छिपे कोरोना मामलों की जा रही है पहचान-
सिविल सर्जन ने बताया जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों सहित कर्इ स्थानों पर कैम्प लगाकर आरटीपीसीआर के माध्यम से प्रतिदिन अधिक से अधिक लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। ताकि जिले में छिपे कोरोना संक्रमण के मामलों की पहचान की जा सके। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि जिन किन्हीं में कोविड के किसी प्रकार लक्षण जैसे बुखार, गले में खराश, खांसी, नाक बहना, बदन दर्द, सिरदर्द एवं थकान, पेट में ऐंठन, दस्त, स्वाद या गंध न पहचानना आदि में एक या इससे अधिक लक्षण दिखे तो वह अविलम्ब नजदीकी कोविड जांच केन्द्र जाकर अपना जांच अवश्य करायें। ताकि समय रहते संक्रमण की पहचान हो सके और उचित इलाज प्रदान कराया जा सके। अभी मौसमी बीमारी के कारण कोविड संक्रमण और समान्य मौसमी संक्रमण में अंतर करना मुश्किल है। ऐसे में और भी जरूरी है कि लक्षणों का किसी भी तरह से अनदेखी न करें, अपना कोविड टेस्ट अवश्य करायें।
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