हीरा ने 1000 शहरी फुटपाथी विक्रेताओं को प्रेरित कर करवाया उनका वैक्सीनेशन
नगर परिषद मधेपुरा में सीआरपी के रूप मे करती हैं कार्य:
रणनीति बनाकर किया कार्य, टीका को लेकर व्याप्त अफवाहों को भी किया दूर:
बुधवार को 82 सेशन साइट के माध्यम से 7 हजार से अधिक डोज लगाया गया, कुल डोज 4 लाख के पार:
श्रीनारद मीडिया‚ मधेपुरा, (बिहार):
कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जिले में लगातार टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को भी अभियान चलाकर 82 सेशन साइट के माध्यम से लगभग 7 हजार से अधिक डोज लगाया गया। जेल में टीकाकरण की शुरआत से अबतक 4 लाख से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं। जिसमें लगभग 3 लाख 44 हजार लोगों को प्रथम तथा 58 हजार लोगों को दूसरा डोज दिया गया है। में हर वर्ग के लोग अब निर्भीक होकर टीका लगवा रहे हैं। टीका लगवाने वालों में अब जिले के फुटपाथी विक्रेता भी पीछे नहीं हैं। फुटपाथी विक्रेताओं के बीच वैक्सीन को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को खत्म कर उनका टीकाकरण करवाने में नगर परिषद के मानवबल की अहम भूमिका रही है। इसी मानवबल में नगर परिषद की कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) ने अपनी अग्रणी भूमिका निभाई है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार बताते हैं कि शहर के फुटपाथी विक्रेता एक संवेदनशील वर्ग में आते हैं। ये अपने सामानों को बेचते समय ज्यादा से ज्यादा लोगों के संपर्क में आते हैं। इसलिए ऐसे संवेदनशील लाभार्थियों का टीकाकरण करवाना अधिक महत्वपूर्ण है। इस कार्य को करने में शहरी आजीविका मिशन के कर्मी को लगाया गया है जो फुटपाथ विक्रेताओं को प्रेरित कर उनका टीकाकरण करवा रहे हैं ।
चुनौतियों एवम् बाधाओं के बावजूद सीआरपी हीरा ने नहीं मानी हार, फुटकर विक्रेताओं को किया जागरूक एवम् प्रोत्साहित –
भारत सरकार की राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत कार्य करने वाली महिला सीआरपी हीरा फुटपाथी विक्रेताओं के साथ समन्वय कर कार्य करती हैं । कोरोना काल में हीरा ने फुटपाथी विक्रेताओं के बीच मास्क का वितरण किया। उन्हें मास्क के उपयोग के एवम् कोविड संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक किया करती हैं । हीरा बताती हैं कि लॉकडॉउन के दौरान उसके सामने कई चुनौतियां आती रही। पूरे लॉकडाउन के दौरान फुटपाथ विक्रेता खासकर सब्जी एवम् फल विक्रेता आमजन को अपनी सेवा देते रहे। जब कोरोना वायरस का संक्रमण अपने चरम पर था उस समय भी फुटकर विक्रेताओं यथा सब्जी एवम् फल विक्रेता अपनी दुकान सजाकर विक्रय करते रहे। उस समय इनलोगों के बीच संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा था एवम् इससे आमजन में भी संक्रमण फैलने का डर था। उस समय से लेकर वर्तमान में टीकाकरण के समय तक हीरा लगातार कार्य कर रही हैं । कार्य के दौरान हीरा संक्रमण की चपेट में भी आई। लेकिन ठीक होने के बाद फिर कार्य पर जुट गई।
रणनीति बनाकर हीरा ने अकेले लगभग 100 फुटपाथी विक्रेताओं को प्रेरित किया एवम् लगवाया टीका –
हीरा कहती हैं कि कोविड-19 टीका को लेकर फुटपाथ विक्रेताओं के बीच काफी भ्रांतियां एवम् अफवाहें थी। शुरुआती दौर में फुटपाथ विक्रेता टीका लेने को तैयार नहीं होते थे। फिर भी हीरा ने हिम्मत नहीं हारी। रणनीति बनाकर हीरा स्थानीय स्तर पर बनाए मार्केट कमिटी के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों को मिली। उन्हें टीकाकरण का फायदा एवम् इससे संबंधित फैली भ्रांतियों को बताकर दूर करने की कोशिश की। उसने खुद अपना एवम् अपनी महिला साथियों( जिसने टीकाकरण कराया हुआ है ) का भी उदाहरण दिया। हीरा खासकर सब्जी एवम् फल विक्रेता जैसे संवेदनशील ग्रुप पर ध्यान केंद्रित करती हैं एवम् उसका टीकाकरण कराने में उनका मदद करती हैं । वे उन्हें प्रेरित कर टीका एक्सप्रेस एवम् स्थाई टीकाकरण केंद्र पर के जाकर उनका टीकाकरण करवाती हैं । इस तरह हीरा मधेपुरा शहरी क्षेत्र के लगभग 100 फुटपाथ विक्रेताओं को प्रेरित कर उनका टीकाकरण करवा चुकी हैं ।
जिले के टाउन लेवल स्ट्रीट वेंडर्स फेडरेशन के अध्यक्ष ने भी दिया हीरा का साथ –
टीकाकरण के लिए जब ज्यादा संख्या में फुटपाथी विक्रेताओं का मोबिलाइजेशन नहीं हुआ फिर भी हीरा ने हिम्मत नहीं हारी। हीरा स्ट्रीट वेंडर्स के जिला स्तरीय संगठन “टाउन लेवल फेडरेशन” के अध्यक्ष दिलीप कुमार पटेल से मिलकर वैक्सीन के महत्व को समझाया। इस कार्य में नगर परिषद के अन्य कर्मियों ने भी हीरा का साथ दिया। मधेपुरा के टाउन लेवल फेडरेशन के अध्यक्ष दिलीप कुमार पटेल बताते हैं कि हीरा एवम् अन्य सी आर पी उनसे संपर्क कर फुटपाथी विक्रेताओं को टीका लेने के लिए समझाने के लिए प्रायः मिलती रहती हैं। वे भी उन्हें यथासंभव मदद करते हैं। वे बताते हैं कि फुटपाथ विक्रेताओं के टाउन लेवल फेडरेशन के अध्यक्ष होने के नाते यह उनका भी दायित्व बनता है कि वे फुटपाथ विक्रेताओं को कोरोनावायरस से सुरक्षित रखे। इसलिए से अपने माध्यम से जिले के फुटपाथ विक्रेताओं को टीकाकरण लेने की अपील स्ट्रीट वेंडर्स की बैठकों में करते रहते हैं। ऐसे बैठक में सी आर पी को भी बुलाते हैं।
क्या कहते हैं आजीविका मिशन के पदाधिकारी –
नगर परिषद मधेपुरा के सिटी मिशन प्रबंधक अभिषेक कुमार बताते हैं कि कोरोना काल में आजीविका मिशन के कार्यों को आगे बढ़ाना काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। इस चुनौतियों को कम करने में इस मिशन के सी आर पी एवम् सी ओ जैसे मानव बल ने अपनी अच्छी भूमिका निभाई है। हीरा जैसे सी आर पी का कार्य सचमुच सराहनीय है। जिसने ना केवल फुटपाथ विक्रेताओं को मास्क बाटने का कार्य किया बल्कि उनके बीच जाकर उन्हें प्रेरित कर वैक्सीन लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया एवम् जागरूक किया। ये महिलाएं अभी भी फुटपाथ विक्रेताओं को लगातार जागरूक करने का कार्य कर रही हैं।
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