मनरेगा जॉब कार्ड बनाने के लिए विशेष कैंप का हुआ आयोजन
ग्रामीणमजदूरों के बीच लौटी रोजगार के अवसर की किरण
सामुदायिक निगरानी समिति, पीआरआई एवं चैंपियन सदस्यों ने श्रमिकों को किया जागरूक
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के मैरवा प्रखंड में इंग्लिश पंचायत के खैरा गाँव में बुधवार को पंचायत समिति सदस्यों, अदिथि संस्था एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं द्वारा विशेष जॉब कार्ड शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें 75 लोगों के जॉब कार्ड बनाने हेतु आवेदन प्राप्त हुआ. बिहार भवन एवं अन्य सन्नीर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के प्रावधानों के तहत इनके निबंधन के लिए आवेदन भी श्रम एवं संसाधन बिभाग में जमा किया गया. इस दौरान सामुदायिक निगरानी समिति, पीआरआई एवं चैम्पियन सदस्यों ने श्रमिकों को श्रम अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया.
प्रवासी मजदूरों को मिलेगा लाभ:
वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रारंभ से ही मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य तेज कर दिया गया। इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों में एक साथ मनरेगा के तहत कई योजनाएं प्रारंभ भी की गई। जिले के बहुत सारे मजदूर जो दूसरे प्रांत में काम कर रहे थे, घर लौटने के बाद उनके पास जॉब कार्ड नहीं होने के कारण उन्हें अपने परिवार के जीवन यापन को पूरा करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इस कठिनाइयों को दूर करने के लिए मजदूरों ने अदिथि संस्था के सहयोग से पंचायत समिति सदस्यों के साथगांव स्तर पर बैठक कर अपनी समस्याओं को रखा. इसको ध्यान में रखते हुए विशेष जॉब कार्ड शिविर का आयोजन किया गया.
कोरोना संकटकाल में मनरेगा की योजनाएं मजदूरों के लिए मददगार बन कर सामने आई है। ताकि वर्तमान समय में मजदूरों को आर्थिक समस्याएं नहीं झेलनी पड़े। इसके लिए पूरे जिले में बहुत से छोटी बड़ी योजनाओं पर काम प्रारंभ किया गया है।मार्च माह के अंतिम सप्ताह के बाद में पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर प्रारंभ हो गई। अप्रैल माह के बाद कोरोना तेजी से बढ़ने के बाद दूसरे प्रांत में काम करने वाले लोगों के घर लौटने का सिलसिला प्रारंभ हो गया। कोरोना काल में मनरेगा की योजनाओं पर काम बदस्तूर जारी रहा।
जॉब कार्ड से स्थानीय स्तर पर मिल सकेगा काम:
ग्राम स्तरीय सामुदायिक निगरानी समिति के अध्यक्ष राधा कृष्ण जी ने बताया उनके ग्राम के अधिकांश लोगो की आजीविका मजदूरी पर निर्भर है. अधिकांश लोग दैनिक मजदूर तथा खेतिहर मजदुर के रूप में कार्यरत हैं. निर्माण सामग्री के दामो में बेतहाशा वृद्धि के कारण स्थानीय स्तर पर निर्माण कार्य बहुत कम हो रहा है।जिससे की लोगो को काम नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर उनलोगों ने स्थानीय लोगों एवं पदाधिकरियों से संपर्क साधा, जिसमें यह ज्ञात हुआ कि बहुत कम लोगों का मनरेगा में जॉब कार्ड बना है. जिसके कारण कई लोग मनरेगा में कार्य करने से वंचित हो रहे हैं.इसको ध्यान में रखते हुए ग्राम के सभी योग्य अहर्ताधारी सदस्यों का मनरेगा जॉब कार्ड बनवाने हेतु सामूहिक रूप से आवेदन करवाने हेतु कैंप का आयोजन किया गया ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पर ही काम मिल सके तथा लोगो का जीविकोपार्जन भलीभांति चल सके।उक्त कार्य में स्थानीय पीआरआई सदस्यों का भी सराहनीय सहयोग रहा।अदिथि संस्था के माध्यम से पूर्व में ग्राम के 40 से ज्यादा मजदूरो का मजदुर निबंधन करवाया गया था, जिससे की उनकी सामाजिक सुरछा सुनिश्चित की जा सके। इस बार भी इन सभी मजदूरो का मनरेगा जॉब कार्ड के साथ मजदूर निबंधन निबंधन के लिए आवेदन भी गया है।
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