डब्ल्यूएचओ ने पोस्टर जारी कर दूसरा डोज़ लेने के लिए किया है अपील
शहरी क्षेत्र के लाभार्थियों के बीच 80 फ़ीसदी हुआ है टीकाकरण
संक्रमण से बचाव के लिए टीके के दोनों खुराक लेना अतिआवश्यक: सिविल सर्जन
पूर्णिया पूर्व पीएचसी के अंतर्गत सबसे ज़्यादा 3462 लगाये गए टीके: डीआईओ
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार ):
कोरोना महामारी को जड़ से मिटाने के लिए एक मात्र टीकाकरण ही महत्वपूर्ण हथियार बना हुआ है। ज़िले के सभी क्षेत्रों में लाभार्थियों को टीकाकृत किया जा रहा है। हालांकि अभी शहरी क्षेत्र को पूरी तरह से टीकाकृत करने का अभियान काफ़ी तेजी से चलाया जा रहा है। केयर इंडिया के सहयोग से टीका एक्सप्रेस अभियान को गति देने का सफ़ल प्रयास किया जा रहा है। सिविल सर्जन ने बताया कि ज़िले में अभी तक (पहला व दूसरा डोज़) 8.88 लाख लोगों को टीके लगाए गए है। जिसमें सबसे ज़्यादा पूर्णिया शहरी क्षेत्र में 1.46 लाख लाभार्थियों ने टीके लगवाए हैं। जबकिं सबसे कम शहर के निजी अस्पताल में 3114 लाभार्थी ही टीके लिए है। शहरी क्षेत्र के कुल लाभर्थियों में लगभग 80 फ़ीसदी नागरिकों को टीकाकृत किया गया हैं। टीका लेने वाले नागरिकों में आत्मविश्वास काफ़ी बढ़ा हैं। लेकिन अभी भी उन्हें काफ़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि डब्ल्यूएचओ ने अपने सोशल मीडिया साईट्स के माध्यम से एक पोस्टर जारी किया है। जिसमें आम नागरिकों से अपील टीके के दोनों डोज लेने की अपील की गयी है। टीकाकृत व्यक्तियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। अगर आपने कोविड-19 से बचाव वाला पहला डोज ले चुके हैं तो दूसरा डोज भी नियत समय पर जरूर लें। क्योंकि एक के बाद दूसरा डोज़ लेने के बाद इम्युनिटी पावर तैयार होने में कम से कम दो या अत्यधिक चार सप्ताह का वक्त लग सकता है। इस लिहाज से भी डब्ल्यूएचओ ने टीके के दोनों डोज लेने की सलाह दी है
संक्रमण से बचाव के लिए टीके के दोनों खुराक लेना अतिआवश्यक: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन ने बताया स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत कहा गया हैं कि जिन लोगों को पहला डोज़ दिए जा चुके है। उनको दूसरी डोज देकर महामारी से सुरक्षित करना है। इसीलिए आप सभी से अपील हैं कि आपलोग अपना अपना टीका नियत समय पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या टीकाकरण केंद्र पर जाकर दूसरी डोज आवश्यक लगवाएं, क्योंकि दोनों डोज लगने के बाद ही कोरोना वायरस से लड़ने की क्षमता मिलेगी। दोनों डोज लगने के बाद ही आप पूरी तरह से सुरक्षित रह सकते है। हालांकि जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी रफ्तार थमी जरूर है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने के लिए कोरोना बचाव के दोनों टीके लगवाने जरूरी हैं। वैसे तो शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर पहले की अपेक्षा अब जागरूकता बढ़ी है। यही कारण है कि सरकार द्वारा दिए जा रहे लक्ष्य से अधिक लोग टीका लगवा रहे हैं।
पूर्णिया पूर्व पीएचसी के अंतर्गत सबसे ज़्यादा 3462 लगाये गए टीके: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ( डीआईओ) डॉ विनय मोहन ने बताया ज़िले के हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर, 18 आयुवर्ष से लेकर 60 वर्ष एवं इससे ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को 730114 पहला डोज़ एवं 157998 दूसरा डोज़ लगाया गया हैं। जिसमें अमौर स्थित स्वास्थ्य केंद्र में 2008, बैसा में 1210, बायसी में 1976, बनमनखी में 2707, बी-कोठी में 2500, भवानीपुर में 1460, डगरुआ में 2489, धमदाहा में 2000, जलालगढ़ में 1860, कसबा में 1540, के नगर में 1940, पूर्णिया पूर्व में 3462, सदर अस्पताल में 370, शहरी क्षेत्र में 1160, रुपौली में 2981 एवं श्रीनगर में 1890 लाभार्थियों को पहला व दूसरा डोज़ दिया गया हैं।
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