मॉर्निंग वॉक से लौटकर आये पिता तो फंदे पर झूल रहा था बेटा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पटना के कंकड़बाग थाने के अशोक नगर रोड नंबर पांच में छात्र उज्ज्वल कुमार (18 वर्ष) ने शनिवार की सुबह खुदकुशी कर ली. उसने गमछी से फांसी का फंदा बनाया और उसमें झूल गया. उसके पिता व आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय मीठापुर में गार्ड कमलेश सिंह जब शिवाजी पार्क से घूम कर सुबह 7:30 बजे घर पहुंचे, तो उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद पाया.
दरवाजा बंद पाने के बाद उज्ज्वल के पिता ने काफी आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला. दरवाजे को धक्का देकर खोला, तो पाया कि उज्ज्वल कुमार फांसी के फंदे पर झूल रहा था. कमलेश सिंह 30 साल से पटना में रह रहे हैं और दो साल से अशोक नगर रोड नंबर पांच में मधुसूदन सिंह के घर में किरायेदार के रूप में अपने बेटे उज्ज्वल के साथ रहते थे.
उज्ज्वल की मां की मृत्यु दो साल पहले कैंसर के कारण हो गयी थी. इसके बाद से ही वह सदमे में आ गया था और धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो गया. उज्ज्वल पढ़ने में काफी तेज था और इसने प्लस टू की परीक्षा में अच्छे अंक लाये थे. इसकी इच्छा इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने की थी. कमलेश सिंह मूल रूप से रोहतास के दिनारा के बीसीकला के रहने वाले हैं. उनकी बड़ी बेटी दिल्ली में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है.
उज्ज्वल उनका इकलौता बेटा था. इधर, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया. पिता उसके शव को लेकर रोहतास स्थित पैतृक गांव चले गये. छात्र उज्ज्वल ने जेइइ मेंस की भी परीक्षा दी थी. उसका रिजल्ट शुक्रवार की शाम आया था. संभवत: वह इस परीक्षा में फेल हो गया था. लेकिन इस रिजल्ट को लेकर उसने घर में किसी को कुछ भी जानकारी नहीं दी थी और न ही उसके पिता को पता था कि रिजल्ट आया है.
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