आरएसएस आरक्षण का प्रबल समर्थक-सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
- RSS के सरकार्यवाह होसबोले ने कहा हम आरक्षण के प्रबल समर्थक
- भारतीय समाज में आर्थिक और सामाजिक असमानता
- आरक्षण ऐतिहासिक आवश्यकता
मैं और मेरी संस्था आरक्षण के प्रबल समर्थक हैं, हम वर्षों से आरक्षण के लिए संघर्ष कर रहे हैं. हमारा यह मानना है कि जबतक देश में एक व्यक्ति भी असमानता का शिकार है आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए. आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने यह बयान एक कार्यक्रम के दौरान दिया.
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने मेकर्स आफ माॅडर्न दलित हिस्ट्री नामक किताब के विमोचन समारोह में उक्त बातें कही. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दलित भारतीय समाज का हिस्सा हैं और उनके इतिहास को दरकिनार कर भारत के इतिहास की कल्पना नहीं की जा सकती.
आरक्षण को बताया ऐतिहासिक आवश्यकता
दत्तात्रेय होसबोले ने कहा आरक्षण एक ऐतिहासिक आवश्यकता है और इसकी जरूरत तबतक है जबतक कि समाज का एक वर्ग भी असमानता का शिकार है. आज जबकि सरकार की ओर से ओबीसी विधेयक पर संसद में चर्चा चल रही है और सभी पार्टियां इसके पक्ष में हैं, आरक्षण का मुद्दा एक बार भी गरमाया हुआ है.
दत्तात्रेय होसबोले पहले भी कर चुके हैं आरक्षण की वकालत
ऐसा पहली बार नहीं है कि आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने आरक्षण की वकालत की हो. उन्होंने इससे पहले 2019 में भी आरक्षण को देश के लिए जरूरी बताया था. उन्होंने कहा था कि देश में सामाजिक और आर्थिक आधार पर असमानता है, इसलिए आरक्षण जारी रहना चाहिए.
मोदी सरकार ने आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण लागू किया
नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है. इस श्रेणी में सामान्य वर्ग के आर्थिक आधार पर पिछड़ों को आरक्षण दिया गया है.