आज युवा पीढी आजादी की सेंचुरी पर देश को बड़ा उपहार देने का ले संकल्प- सुशील कुमार मोदी
– विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला गहरे संदेश देने वाला, पीएम का आभार
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने टवीट किया है कि कई पीढियों के लंबे संघर्ष और बलिदान के आगे नतमस्तक अंग्रेज जब 15 अगस्त 1947 की तारीख तय कर भारत को स्वाधीन करने को विवश हो गए, तब विघटनकारी ताकतों ने धर्म के आधार पर बँटवारे का प्रस्ताव मनवा कर भारत माता को लहूलुहान कर दिया।
विश्व इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी को भारी मन से याद कर सबक लेने के लिए अब 14 अगस्त को हर वर्ष “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय गहरे संदेश देने वाला निर्णय है।
इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार।
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यह गर्व और हर्ष का विषय है कि जब हम 75 वां स्वाधीनता दिवस मना रहे हैं , तब हमारी तीनों सेनाओं का आधुनिकीकरण उच्चतम स्तर पर है, कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के लिए तीन कानून पारित हो चुके हैं, 9 करोड़ किसानों के खाते में अब तक कुल 1.60 लाख करोड़ रुपये पहुँचे, आजादी के बाद का सबसे बड़ा टैक्स रिफार्म (जीएसटी) लागू है, नई शिक्षा नीति के एक वर्ष पूरे हुए, 53.16 करोड़ कोरोना टीके लगा कर सदी की सबसे बड़ी महामारी को जीतने में सफलता मिल रही है और धारा 370 के शिथिलीकरण के साथ जम्मू-कश्मीर में अब तिरंगा शान से लहरा रहा है।
जो लोग आज युवा हैं, उन्हें संकल्प लेना चाहिए कि जब स्वाधीनता की पहली शताब्दी (2047) मनायी जाएगी, तब वे ज्ञान-विज्ञान, कला, शौर्य-पराक्रम, उद्योग-व्यवसाय, कृषि और ओलंपिक खेलों में देश को क्या उपहार देंगे।
समस्त देशवासियों को स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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