किशनगंज जिले के 05 सीएचसी, 03 पीएचसी 10 एपीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध
सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट हुआ स्थापित, सिटी सकैन, डायलिसिस, डिजिटल एक्स-रे, दीदी की रसोई की सुविधा: सिविल सर्जन
जिला पदाधिकारी ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के कार्यो को सराहा:
श्रीनारद मीडिया‚किशनगंज‚ (बिहार):
सीवान जिले में स्वास्थ्य विभाग मरीजों को गुणवत्तापूर्ण तथा सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को निरंतर प्रयासरत है। स्वाथ्य विभाग के तमाम अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ हीं नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, आशा, आदि स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए
निरंतर कार्य कर रहे हैं। संसाधन के साथ-साथ मानव बल भी बढ़ाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले किशनगंज में अब स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से से काफी बेहतर हुई हैं। जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने स्वतंत्रता दिवस
कार्यक्रम के अभिभाषण में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किये गये कार्यो को सराहा। जिले में कुल 3, 35, 646 व्यक्ति को प्रथम एवं 52, 563 को दूसरी कोरोना वैक्सीन की डोज दी गयी है। वर्तमान में मात्र 12 संक्रमित व्यक्ति ही जिले में मौजूद हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ने से लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं।
सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट हुआ स्थापित:
सदर अस्पताल के हर बेड तक ऑक्सीजन पहुचने के क्रम में घर बनकर तैयार है। एक सप्ताह के अंदर प्लांट से सप्लाई शुरू हो जाएगी। प्लांट चालू होते ही ऑक्सीजन के मामले में उत्पादन में सदर अस्पताल आत्म-निर्भर हो जाएगा। सदर अस्पताल परिसर में हवा से
ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में पांच सौ (एलपीएम) लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन होगा जो पाइप लाइन से सदर अस्पताल के हर बेड तक पहुंचाया जायेगा। किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की कमी नही होगी।
सिटी स्कैन, डायलिसिस, डिजिटल एक्स-रे, दीदी की रसोई की सुविधा:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि जिले के सदर अस्पताल में कोरोना की दूसरी लहर में सिटी सकैन, डायलिसिस, डिजिटल एक्स-रे की सुविधा शुरुआत हुई है। इसके अलावा लेबर रूम में जहां पहले एक ऑक्सीजन कन्संट्रेटर था वहीं अब पांच उपलब्ध है। 80 बेड में
ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य भी कराया गया है, पैडल सेक्शन मशीन की जगह इलेक्ट्रॉनिक सेक्शन मशीन उपलब्ध किया गया है। वहीं मरीज को चिकित्सा के साथ-साथ शुद्ध एवं पौष्टिक आहार मिलना अति आवश्यक है, इसी उद्धेश्य से सदर अस्पताल में दीदी की रसोई की शुरुआत की गई है। इससे अस्पताल में मरीजों के साथ परिजनों को भी काफी सहूलियत मिल रही है।
जिले में स्थापित 04 ट्रूनेट मशीन से हो रही है टीबी रोगियों की जांच:
कोरोना संक्रमण की जांच में उपयोग में लाई जाने वाली ट्रूनेट मशीन से जिला क्षय रोग केंद्र में टीबी की जांच शुरू हो गई है। इससे टीबी मरीजों की जांच के सटीक नतीजे प्राप्त हो सकेंगे। वहीं जांच रिपोर्ट के लिये भी लोगों का लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पूर्व में टीबी मरीजों की जांच के लिये सीबीनेट मशीन उपयोग में लायी जाती थी। लिहाजा ऐसे रोगियों को जांच व इलाज के लिये दूर-दराज के चिकित्सकीय संस्थानों में हमारी निर्भरता बनी हुई थी।जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोठिया, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज, सदर अस्पताल किशनगंज एवं माता गुजरी मेडिकल कॉलेज में ट्रूनेट मशीन से जांच की सुविधा उपलब्ध होने से जिलेवासियों को होने वाली इस परेशानी से बचाया जा सकेगा।
जिले में 05 सीएचसी, 03 पीएचसी 10 एपीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध:
जिले में स्वास्थ्य सुविधा के बढ़ते कर्म में कुल 05 सीएचसी, 03 पीएचसी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) को किर्याशील किया गया है। इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक एवं दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तथा एपीएचसी में एक -एक डॉक्टर के अलावा स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा कोविड से निपटने के लिए एक वर्ष के लिए सात डाक्टरों का नियोजन किया गया है। इसके अलावा मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को ई-संजीवनी के माध्यम से घर बैठे भी ओपीडी की सुविधा का जिले वासी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं तथा टेली मेडिशिन का भी लाभ मिल रहा है।
जल्द ही लक्ष्य द्वारा प्रमाणीकरण से सुरक्षित प्रसव को मिलेगा बढ़ावा:
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रमाणीकरण के लिए सदर अस्पताल का निरीक्षण किया जा चुका है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने बताया कि जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के सफल प्रयास से सदर अस्पताल में नए प्रसव कक्ष, मैटरनिटी सेंटर, ऑपरेशन थियेटर व प्रसूता के लिए बनाये गए हैं। लक्ष्य कार्यक्रम का मूल उद्देश्य प्रसूति विभाग से संबंधित सभी तरह की सुविधाओं को सुदृढ़ बनाना और इससे जुड़ी हुई सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना है। जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के बाद जच्च बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिहाज से लक्ष्य प्रमाणीकरण बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। जल्द ही सदर अस्पताल को लक्ष्य प्रमाणीकरण प्राप्त हो जायेगा। साथ ही बहादुरगंज सामुदायिक अस्पताल का भी प्रमाणीकरण का कार्य जारी।
संभावित तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षा के लिए उपलब्ध है चाइल्ड फ्रेंडली डेडिकेटड पीडिएट्रिक वार्ड:
संक्रमण की संभावित तीसरी लहर में बच्चों को प्रभावित करने की संभावना को देखते हुए जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के सफल प्रयास से सदर अस्पताल में वातानुकूलित चाइल्ड फ्रेंडली डेडिकेटड पीडिएट्रिक वार्ड में 40 बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट बेड के लिए वार्ड का निर्माण करवाया गया है। जिसमें इंटेंसिव केयर यूनिट की भी व्यवस्था उपलब्ध है। वेंटिलेटर तथा अन्य आधुनिक तकनीकी सहायता से यहां बच्चों का इलाज किया जाएगा।
जिले में कार्यरत है 19 फ्री 102 एंबुलेंस सेवा:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया की जिले के सभी मरीजों के लिए कुल 19 फ्री 102 एंबुलेंस सेवा 24*7 एडवांस सुविधा के साथ उपलब्ध है। जो संक्रमण काल में मरीजों के लिए काफी सहयोगी साबित हुआ है।
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