पार्सल के नाम पर online ठगी का नया खेल, OTP लेकर लगाते हैं लाखों की चपत.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मध्यप्रदेश में ऑनलाइन ठगी (Online thug) के नए नए मामले सामने आ रहे हैं. अब साइबर अपराधियों ने पार्सल के नाम पर ऑनलाइन ठगी शुरू कर दी है. आरोपी लोगों के पास जाते हैं और डिलीवरी कैंसिल के नाम पर ओटीपी लेकर अकाउंट से लाखों की चपत लगा देते हैं. भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने ऐसे आधा दर्जन मामले आने के बाद अलर्ट जारी किया गया है. एक गाइडलाइन भी जारी की गई है.
ऑनलाइन धोखाधड़ी करने का सायबर अपराधियों ने नया तरीका इजाद किया है. साइबर क्राइम ब्रांच को जो शिकायत मिली है उसके अनुसार आपके घर पर एक पार्सल आएगा और उस पार्सल को लाने वाला कर्मचारी आपको बताएगा कि आपने इस पार्सल को ऑनलाइन बुक किया है. जब आप किसी तरीके की बुकिंग से इनकार करेंगे तो पार्सल लाने वाला आरोपी आपको पार्सल की डिलीवरी कैंसिल करने के लिए कहेगा. वो एक ओटीपी आपके मोबाइल पर भेजेगा. जैसे ही आप उस आरोपी को अपनी ओटीपी बताएंगे वैसे ही कुछ घंटों में आपके बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में लाखों की राशि ट्रांसफर हो जाएगी. ओटीपी के साथ आरोपी क्यूआर कोड स्कैन करने का झांसा भी देता है. पार्सल सप्लाई करने वाले डिलीवरी ब्वॉय लोगों को मोबाइल पर आए ओटीपी नहीं बताने पर क्यूआर कोड देते हैं और स्कैन करवाकर ठगी कर लेते हैं.
भोपाल में 5 शिकायतें
भोपाल में पांच से ज्यादा लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं हुई हैं. इससे पहले इंदौर में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. साइबर पुलिस इन शिकायतों को दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर रही है. साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि आरोपी दोस्ती के नाम पर तरह-तरह की ठगी करते हैं. यह भी एक नया तरीका है. उन्होंने बताया कि क्यूआर कोड का उपयोग केवल पैसा स्वीकार करने में ही होता है. पैसा भेजने के लिए नहीं. इसलिए किसी भी अनजान व्यक्ति का क्यूआर कोड स्कैन न करें. अपना ओटीपी, यूपीआइ पिन किसी भी अनजान के कहने पर इस्तेमाल नहीं करें. केवल स्वयं ट्रांजेक्शन करने पर ही इस्तेमाल करें.
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