सीवान के दारौंदा में 17 वर्ष पूर्व बीडीओ और मुखिया के द्वारा इंदिरा आवास योजना की राशि गबन करने का हुआ उजागर
वर्ष 2004-05 में लाभुक के वगैर जानकारी के इंदिरा आवास योजना की राशि का हो गया उठाव
लाभुक ने डीएम से किया शिकायत
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
इंदिरा आवास योजना में किस तरह विगत वर्षों में धांधली हुआ है इसका उजागर अभी हो रहा है। वर्ष 2005-06 में इंदिरा आवास योजना का लाभ जिस लाभुक को मिला उस लाभुक को पता भी नहीं था कि मुझे लाभ मिला है और योजना की राशि का उठाव भी तत्कालिन बीडीओ व मुखिया ने मिलकर उठा लिया। मामला सीवान जिले के दारौंदा प्रखंड के पकवलिया पंचायत के ढेबर गांव का है। बताया जाता है कि ढेबर गांव निवासी अशोक पासवान की पत्नी संगीता देवी को प्रखंड के इंदिरा आवास की पंजी में वर्ष 2004-05 में योजना का लाभ मिला है।
लेकिन संगीता देवी को इस बात की जानकारी भी नहीं है । इसकी जानकारी तब हुई जब गत दिनों आवास सहायक लाभुक के घर जाकर आवास जीर्णोद्धार की राशि देने की बात कहा। इस पर संगीता देवी ने कहा कि मुझे तो सरकारी आवास नहीं मिला है तो कर्मी ने बताया तो इस मामले की जानकारी हुई।
बताते चले कि इस महादलित परिवार के पास एक करकट का जर्जर घर है। लेकिन योजना में नाम होने से बार’बार आवेदन देने के बाद भी आवास योजना का लाभ नहीं मिला । ऐसा केवल संगीता देवी के साथ ही नहीं हुआ होगा दर्जनों परिवार के साथ इस तरह हुआ होगा। संगीता देवी पति अशोक मांझी ने जिलाधिकारी को एक आवेदन देकर जांच की मांग करते हुए कहा है कि साल 2004 – 05 में इंदिरा आवास योजना की राशि का पूर्व के बीडीओ जय किशोर प्रसाद के द्वरा घोटाला किया गया है ।
संभावना जताते हुए लिखा है कि मेरे जैसे दलित और महादलितों को कमजोड समझ कर बड़े पैमाने पर योजन की राशि का घोटाला किया गया होगा । जो जांच श्री मन स्वतः जांच करेंगे तो जांच के क्रम में प्रखंड की नजारत में साक्ष सुरक्षित है। तत्कालीन बीडीओ जय किशोर प्रसाद के द्वारा 17 साल पहले किया गया घोटाला को लेकर खुब चर्चा का विषय बना हुआ है ।लोग चर्चा कर रहे है कि अगर घर के जीर्णोद्धार का रुपए नही आता तो यह मामला 17 साल बाद सामने नही आता ।
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