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किशनगंज जिले में विशेष रणनीति बनाकर शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जा रहा है: जिलाधिकारी - श्रीनारद मीडिया

किशनगंज जिले में विशेष रणनीति बनाकर शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जा रहा है: जिलाधिकारी

किशनगंज जिले में विशेष रणनीति बनाकर शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जा रहा है: जिलाधिकारी

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वैक्सीनेशन के सेकंड डोज पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है कोविड 19 वैक्सीन गर्भवती महिलाएं भी ले सकती हैं यह पूर्णतः सुरक्षित है:
संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है कोविड वैक्सीन:

श्रीनारद मीडिया, किशनगंज (बिहार):


मुख्य सचिव, बिहार सरकार की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षक के साथ कोविड 19 के मद्देनजर लॉकडाउन से संबंधित संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई। मुख्य सचिव ने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य भर में प्रतिदिन दो लाख टेस्टिंग लक्ष्य को हर हाल में पूरा करना सुनिश्चित करें एवं टेस्टिंग ही एक ऐसा अकेला औजार है, जिससे तीसरी लहर से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के सेकंड डोज पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि कोई व्यक्ति सेकंड डोज लेना ना भूलें। वैक्सीनेशन ज्यादा से ज्यादा हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। विशेष रणनीति बनाकर शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जाए। उन्होंने टेस्ट को ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा कराने का निर्देश दिया।

कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर जिला प्रशासन सचेत:
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर सचेत है। देश के कुछ राज्यों में नए स्ट्रेन के मरीज पाये गए हैं और सभी को सतर्कता बरतने की जरुरत है। जिला में अभी तक नये स्ट्रेन की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन विभाग अपनी तरफ से सारे बंदोबस्त कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग को कोरोना जांच सेंटर पर अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा रेंडम जांच भी करने के निर्देश दिए गए हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित सब्जी बाजार में भी लोगों की जांच करने के निर्देश दिए गए है। जो भी कोरोना प्रभावित राज्यों से आए हैं वे लोग कोरोना की जांच जरूर करावें ताकि उनका परिवार और समाज सुरक्षित रहे। जिले के सभी अस्पतालों में बेड की क्षमता बढ़ाई जा रही है और मरीजों की सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। नये स्ट्रेन अथवा तीसरी लहर को रोकने का सबसे सशक्त माध्यम कोविड का टीका लगवाना और सभी को कोविड अनुरूप आचरण का पालन हर समय करते रहना है।

जितना जल्द सभी लोगों का टीकाकरण होगा, उतना जल्द कोरोना खत्म होगाः
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया कि जिले में कोरोना वैक्सीनेशन एवं टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है| साथ ही स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम वैक्सीनेशन के सेकंड डोज पर विशेष ध्यान दे रहा है ताकि कोई व्यक्ति सेकंड डोज लेना ना भूलें। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया है। जिले के शहरी क्षेत्र में अधिकतर लोगों का टीकाकरण हो गया है। अब हमलोगों ने ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस किया है। अभी बाढ़ आई हुई है। निश्चित तौर पर टीकाकरण केंद्रों तक जाने में कुछ परेशानी हो रही है, लेकिन अगर हम बाढ़ के जाने का इंतजार करेंगे तो उसमें बहुत समय बर्बाद हो जाएगा। फिर कोरोना उन्मूलन के अभियान की रफ्तार कम हो जाएगी। इसलिए हमलोग विशेष रणनीति बनाकर शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का कार्य कर रहे हैं।

कोविड 19 वैक्सीन गर्भवती महिलाएं भी ले सकती हैं … यह पूर्णतः सुरक्षित है :
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कोविड -19 की जटिलता गर्भवती महिलाओं में बढ़ जाती है। इनमें विशेषकर 35 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाएं, मोटापा से ग्रसित महिलाएं, मधुमेह या उच्च रक्तचाप तथा पूर्व से क्लोटिंग की समस्या से पीड़ित महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमित गर्भवती महिलाओं में समय से पहले डिलीवरी, नवजात शिशु का वजन 2.5 किलोग्राम से कम होना, कुछ परिस्थितियों में शिशु के जन्म से पहले मृत्यु की संभावना हो सकती है और ये सभी गर्भवती के लिए नुकसानदायक होता है। कोविड -19 वैक्सीन गर्भावस्था के दौरान कभी भी लगवाई जा सकती है और इसे जल्द से जल्द लगवाया जाना चाहिए। यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान कोविड -19 संक्रमण से संक्रमित हो जाती है तो उसे प्रसव के तुरंत बाद वैक्सीन लगायी जानी चाहिए। साथ ही कहा है कि गर्भावस्था में कोविड -19 वैक्सीन सुरक्षित है। हल्का बुखार, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द या एक से तीन दिनों तक अस्वस्थ महसूस करने जैसे मामूली असर हो सकते हैं।

45 वर्ष के ऊपर के लिए योजना बनाकर वैक्सीनेशन कराया जाए:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा है की जिले में 45 वर्ष के ऊपर के लिए वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। अफवाहों को दूर किया जाए तथा लोगों को वैक्सीन लेने का प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि एंटीजन किट से टेस्टिंग के लिए प्राइवेट लैब को आदेश दिया गया है। इस पर विशेष नजर रखी जाए। रेंडमली स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी जांच कराई जा रही है। अभी जिला में वैक्सीनेशन के लिए 164 साइट कार्यरत हैं, जिसमें चलंत टीकाकरण दल घर- घर जाकर वैक्सीनेशन कर रहा है। उन्होंने कहा कि चलंत टीकाकरण टीम द्वारा कम से कम प्रतिदिन सौ लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है।

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