टीकाकरण से पहले स्वास्थ्यकर्मी गर्भवती महिलाओं की करेंगे काउंसिलिंग
गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए मिलेगी विशेष सुविधा:
गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण नियम में किया गया आंशिक संशोधन:
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने जारी किया निर्देश:
श्रीनारद मीडिया, गया, (बिहार):
कोविड 19 वैश्विक महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए सभी गर्भवती महिलाओं को नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाईज़ेशन की अनुशंसा के आलोक में कोविड 19 के टीका से आच्छादित किये जाने का निर्देश निर्गत है। महिलाओं के कोविड टीकाकरण को लेकर जारी एसओपी में आंशिक संशोधन किया गया है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि संशोधित दिशा निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए जिलान्तर्गत सभी गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण से आच्छादित कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। गर्भवती, महिलाओं के टीकाकरण के लिए सत्र निर्धारण, पोर्टल पर पंजीकरण आदि से संबंधित पूर्व निर्गत निदेश के आलोक में ऑनलाइन ऑन-स्पॉट पंजीकरण के आधार पर टीकाकरण कराया जाय।
गर्भवती महिलाओं को परामर्श दिया जायेगा:
गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और टीकाकरणकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। गर्भवती महिलाओं को परामर्श देना और उन्हें टीके के लाभों और जोखिमों के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करना, जिसमें उनका पंजीकरण और उपयुक्त टीकाकरण स्थल का स्थान शामिल है। यह प्रशिक्षण दो घंटे में पूरा किया जा सकता है। इसे पीएचसी के स्तर पर छोटे बैच (10-15) में आयोजित करने की आवश्यकता होगी, जिससे कोविड उपयुक्त व्यवहार सुनिश्चित हो सके।
फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा घर का दौरा:
स्वास्थ्य सुविधा में प्रसवपूर्व जांच, आउटरीच टीकाकरण सत्र, ग्राम स्वास्थ्य और पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) और शहरी स्वास्थ्य और पोषण दिवस कोई अन्य साइट जहां गर्भवती महिला के साथ बातचीत होती है वहां स्वास्थ्य कार्यकर्ता जाकर जागरूक करेंगे। गर्भवती महिलाओं को उनके या बच्चे के स्वास्थ्य पर कोविड-19 की संभावित जोखिमों, टीकाकरण के लाभों के बारे में बताना होगा। यदि गर्भवती महिला टीकाकरण करने का निर्णय लेती है, तो उसे और उसके साथ आने वाले परिवार के सदस्य को टीकाकरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में बताया जाना चाहिए, उसे निकटतम टीकाकरण केंद्र के बारे में भी सूचित किया जाना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान संक्रमण से स्वास्थ्य में तेजी से आ सकती है गिरावट:
केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 संक्रमण से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आ सकती है और यह भ्रूण को भी प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का विचार है कि गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लाभ इसके संभावित जोखिमों से कहीं अधिक हैं। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई, एमओएचएफडब्ल्यू) की सिफारिशों के आधार पर, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को मंजूरी दे दी है। देश में उपलब्ध कोविड-19 टीकों से जुड़े जोखिमों और लाभों के साथ-साथ संक्रमण के संबंध में प्रदान की गई जानकारी के आधार पर एक गर्भवती महिला के पास टीकाकरण लेने का विकल्प होगा।
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