तालिबान की सरकार में 33 मंत्री, इनमें कोई महिला नहीं.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
15 अगस्त को अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के तीन हफ्ते बाद तालिबान ने अपनी सरकार का ऐलान कर दिया है। मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को मंत्रि परिषद का प्रमुख यानी नई सरकार का मुखिया बनाया गया है। सरकार का नाम ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ होगा। तालिबान के प्रमुख शेख हिब्दुल्लाह अखुंदजादा सुप्रीम लीडर होंगे। उन्हें अमीर-उल-अफगानिस्तान कहा जाएगा।
मंगलवार की शाम को जिस सरकार का ऐलान किया गया, उसमें कुल 33 मंत्री शामिल हैं। महिलाओं को हक देने की बात कहने वाले तालिबान ने अपनी सरकार में किसी महिला को शामिल नहीं किया है। हालांकि, दोहा में भारत से बातचीत करने वाले शेर मोहम्मद स्टेनेकजई को उप विदेश मंत्री बनाया गया है।
अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेड को गृह मंत्री बनाया
तालिबान ने अपनी सरकार में सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया है। आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क का चीफ सिराजुद्दीन अमेरिका की आतंकी लिस्ट में मोस्ट वॉन्टेड है। अमेरिका ने उस पर करीब 35 करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया है। सिराजुद्दीन हक्कानी का नेटवर्क पाकिस्तान से ऑपरेट होता है। दुनियाभर में कई आतंकी वारदातों के पीछे इसका हाथ रहा है।
अभी केयरटेकर सरकार, स्थाई के लिए बातचीत जारी
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि अभी एक केयरटेकर कैबिनेट सरकार की जिम्मेदारी संभालेगी। यानी यह अंतरिम सरकार है। तालिबान का कहना है कि समावेशी सरकार के गठन को लेकर चर्चा चल रही है। तालिबान ने बिना किसी समारोह के सरकार की घोषणा की है, समारोह बुधवार को हो सकता है। तालिबान की अंतरिम सरकार की लिस्ट इस तरह है..
प्रधानमंत्री – मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद
डिप्टी PM 1 – मुल्ला बरादर
डिप्टी PM 2 – अब्दुल सलाम हनाफी
गृह मंत्री – सिराजुद्दीन हक्कानी
रक्षा मंत्री – मोहम्मद याकूब मुजाहिद
वित्त मंत्री – मुल्ला हिदायतुल्ला बदरी
विदेश मंत्री – मौलवी आमिर खान मुतक्की
शिक्षा मंत्री – शेख मौलवी नूरुल्ला मुनीर
न्याय मंत्री – मौलवी अब्दुल हकीम शरिया
उच्च शिक्षा मंत्री – अब्दुल बाकी हक्कानी
ग्रामीण विकास मंत्री – यूनुस अखुंदजादा
शरणार्थी मामलों के मंत्री – खलीलउर्रहमान हक्कानी
जन कल्याण मंत्री – मुल्ला अब्दुल मनन ओमारी
मिनिस्टर ऑफ कम्युनिकेशन – नजीबुल्ला हक्कानी
माइन्स एंड पेट्रोलियम मंत्री – मुल्ला मोहम्मद अस्सा अखुंद
मिनिस्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी – मुल्ला अब्दुल लतीफ मंसौर
मिनिस्टर ऑफ एविएशन – हमीदुल्लाह अखुंदजादा
मिनिस्टर ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कल्चर – मुल्ला खैरुल्लाह खैरख्वाह
मिनिस्टर ऑफ इकोनॉमी – कारी दिन मोहम्मद हनीफ
हज एंड औकाफ मिनिस्टर – मौलवी नूर मोहम्मद साकिब
मिनिस्टर ऑफ बॉर्डर्स एंड ट्राइबल अफेयर्स – नूरउल्लाह नूरी
उप विदेश मंत्री – शेर मोहम्मद स्टेनेकजई (इन्होंने ही पिछले दिनों दोहा में भारत के राजदूत दीपक मित्तल से मुलाकात की थी)
उप वित्त मंत्री – मुल्ला मोहम्मद फाजिल अखुंद
संस्कृति मंत्रालय के डिप्टी मिनिस्टर – जबीउल्लाह मुजाहिद
रक्षा मंत्रालय में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ – कारी फसीहउद्दीन (ताजिक मूल के तालिबान कमांडर, इनके नेतृत्व में ही तालिबान ने पंजशीर की लड़ाई लड़ी और जीती)
सेना प्रमुख – मुल्ला फजल अखुंद
डायरेक्टर जनरल ऑफ इंटेलिजेंस – अब्दुल हक वासिक
डिप्टी चीफ ऑफ इंटेलिजेंस – मुल्ला ताज मीर जवाद
नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्यूरिटी (NDS) प्रमुख – मुल्ला अब्दुल हक वासिक
चीफ ऑफ अफगानिस्तान बैंक – हाजी मोहम्मद अद्दरैस
एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ अफेयर्स – मौलवी अहमद जान अहमदी
चीफ ऑफ स्टाफ – फसिहुद्दीन
मंत्रालय स्पष्ट नहीं – शेख मोहम्मद खालिद
तुर्की ने कहा- मान्यता देने में जल्दबाजी न करें
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने से ठीक पहले तुर्की के विदेश मंत्री यूसुफ एरिम ने अहम बयान दिया है। यूसुफ ने कहा- हमारी दुनिया को यही सलाह है कि वो तालिबान की सरकार को मान्यता देने में किसी तरह की जल्दबाजी न करें।
- यह भी पढ़े…
- रामनगर में पुलिस के हत्थे चढ़ा गैंगेस्टर एक्ट का वांछित अभियुक्त
- नलजल योजना की राशि का जनप्रतिनिधि और अधिाकारी कर लिए बंदरबाट, जलमीनार बना शोभा की बस्तु
- महात्मा भाई की श्रद्धांजलि सभा में जुटे सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता
- गोरेयाकोठी में शिक्षक एवं छात्र सम्मान समारोह आयोजित