दो दिवसीय टीकाकरण महाअभियान : टीकाकरण के लिए लोगों की बढ़ी रुचि, पहले दिन 82 हजार 566 लोगों ने लगाया टीका
– दूसरे दिन भी टीकाकरण के लिए बढ़ती रही लोगों की भीड़
– लोगों में कोविड-19 टीका का डर हो रहा खत्म, अपनों को टीका लगाने के लिए कर रहे प्रेरित
– जिले में 14 लाख से अधिक लोगों ने टीका लगाकर खुद को किया संक्रमण से सुरक्षित
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):
कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा लगाया जा रहा टीका बिल्कुल सुरक्षित है। लोगों को टीका लगाने से किसी तरह की समस्या नहीं होती। टीका के प्रति भरोसा अब आमलोगों को भी हो गया है जिसका परिणाम जिले में दो दिवसीय टीकाकरण महाअभियान में दिखा। लोगों द्वारा टीका लगाकर इस भरोसे को दिखाया गया। विशेष टीकाकरण महाअभियान में पहले दिन जिले के 82 हजार 566 लोगों द्वारा टीका लगाया गया| जिसमें 51 हजार 912 लोगों द्वारा पहली डोज जबकि 30 हजार 654 लोगों द्वारा दूसरी डोज लगायी गयी। विशेष टीकाकरण महाअभियान के दूसरे दिन भी टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भीड़ दिखी। जिले में टीकाकरण के प्रति लोगों की जागरूकता को देखते हुए संक्रमण की तीसरी लहर की सम्भावना कम होने की उम्मीद बढ़ी है।
टीकाकरण विशेष अभियान में बनमनखी फिर शीर्ष पर :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विनय मोहन ने बताया कि 31 अगस्त को हुए एकदिवसीय टीकाकरण महाअभियान की तरह 06 सितंबर को भी दो दिवसीय टीकाकरण महाअभियान के पहले दिन सबसे अधिक टीकाकरण कराने में बनमनखी प्रखंड शीर्ष पर रहा। प्रखंड में 09 हजार 752 लोगों द्वारा कोविड-19 टीका लगाया गया। अन्य प्रखंडों में अमौर में 06 हजार 14, बैसा में 04 हजार 50 , बायसी में 05 हजार 230, बी.कोठी में 05 हजार 517, भवानीपुर में 04 हजार 47, डगरूआ में 07 हजार 209, धमदाहा में 07 हजार 268, जलालगढ़ में 02 हजार 938, कसबा में 05 हजार 195, के.नगर में 06 हजार 840, पूर्णिया पूर्व ग्रामीण में 03 हजार 710, सदर अस्पताल में 640, पूर्णिया पूर्व शहरी क्षेत्र में 03 हजार 186, रुपौली में 07 हजार 860 तथा श्रीनगर में 03 हजार 110 लोगों द्वारा टीका लिया गया।
लोगों में कोविड-19 टीका का डर हो रहा खत्म, अपनों को टीका लगाने के लिए कर रहे प्रेरित :
कोविड-19 टीकाकरण को लेकर अब लोगों का डर खत्म हो रहा है और वह न सिर्फ खुद बल्कि अपने परिजनों को भी टीका लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अपने बुजुर्ग पिता के साथ टीका का पहला डोज लगा रहे मुन्ना कुमार ने बताया कि पहले मुझे भी टीका लगाने से डर लगता था। बहुत से लोगों से सुना था कि टीका लगाने के बाद कुछ दिनों तक बहुत बुखार, सर दर्द आदि रहता है। इसलिए मैंने अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी टीका लगाने से रोक दिया था। लेकिन पिछले कुछ समय में जब जिले में टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा था तो मुझे बहुत से लोगों ने बताया कि टीका लगाने से कोई समस्या नहीं होती है। इसे सुनिश्चित करने के लिए मैं खुद टीकाकरण केंद्र पर जाकर लोगों से जानकारी ली जहां सभी लोगों ने मुझे कहा कि उन्हें टीका लगाने से कोई समस्या नहीं हुई है। इसके बाद मैं खुद अपने बुजुर्ग पिता को लेकर टीकाकरण केंद्र गया और टीका लगाया। मुझे टीका लगाने के बाद कोई समस्या नहीं हुई। अब मुझे अगर आसपास कोई व्यक्ति मिलता है जो टीका नहीं लगाया है तो मैं उसे टीका लगाने के लिए जरूर कहता हूं।
जिले में 14 लाख से अधिक लोगों ने टीका लगाकर खुद को किया संक्रमण से सुरक्षित :
सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा ने बताया कि दो दिवसीय टीकाकरण महाअभियान के पहले दिन 82 हजार 566 लोगों के टीका लगाने के बाद अब जिले में टीकाकृत लाभार्थियों की कुल संख्या 14 लाख 20 हजार 977 हो चुकी है। इसमें 11 लाख 05 हजार 317 लोगों द्वारा पहला डोज तथा 03 लाख 15 हजार 660 लोगों द्वारा दूसरा डोज लगाया गया है। सिविल सर्जन ने अपील करते हुए कहा कि पहला डोज लगा चुके सभी लोगों को नियत समय पर अपना दूसरा डोज जरूर लगवाना चाहिए। संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए टीका का दोनों डोज जरूरी है। इसलिए सभी लोग टीका का दोनों डोज लगाकर अपना और अपने परिवार का जीवन संक्रमण से सुरक्षित करें।
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