पानी में डूबने से अधेड़ की मौत, गांव में मचा कोहराम
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार)
सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के सवलहाता निवासी हरेराम यादव (50 वर्ष) की लाश मिलने से पूरे में सनसनी फैल गयी है। बताया जाता है कि बड़हरिया थाना क्षेत्र के सवलहाता गांव के स्व रामायण चौधरी के पुत्र हरेराम यादव गत शुक्रवार की शाम से गायब थे और आज रविवार की अहले सुबह उनका शव बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकड़ी-सीवान मुख्यपथ के बदरजीमी गांव में सड़क किनारे स्थित पानी से भरे एक गड्ढे में पाया गया। बताया जाता है कि रविवार की सुबह छह बजे किसी ग्रामीण ने डॉ हरेराम यादव को गड्ढे में पड़े हुए देखा। उसके बाद उस व्यक्ति ने शोर मचाना शुरु किया। देखते ही देखते ग्रामीणों की बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गयी। परिजनों और सवलहाता के लोगों ने शव की पहचान हरेराम यादव के रुप में की। ग्रामीणों की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे एएसआई शैलेश कुमार सिंह ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा बनवाया और फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, सीवान भेज दिया। बताया जाता है कि हरेराम यादव की माली हालात कुछ ठीक नहीं थी और वह एक निजी डॉक्टर के रूप में घर के अगल बगल के गांवों में घुमकर रोगियों का इलाज करते थे। इसप्रकार वे अपना जीविकापार्जन चलाते थे। ग्रामीणों के अनुसार शुक्रवार की शाम को बगल के गांव बदरजीमी में किसी का इलाज करने के लिए वह अपने घर से निकले हुए थे परंतु वह उस दिन अपने घर वापस नहीं लौटे थे। घरवालों ने ढ़ूंढने का बहुत प्रयास किया। परंतु उनका कुछ भी पता नहीं चल सका। वहीं रविवार की सुबह जब उनका शव मिला तो गांव में मातम छा गया। हरेराम यादव के दो लड़के और एक लड़की है। बड़ी बेटी पूजा कुमारी 25 वर्ष की है और उसकी शादी हो चुकी है। वहीं बड़े बेटे रूपेश कुमार (22 वर्ष) और छोटे बेटे वीरेश कुमार (20 वर्ष) अभी कुंवारे हैं। अब परिवार की सारी जिम्मेदारियां इन्हीं दोनों भाइयों के कंधों पर आ चुकी हैं। वहीं पत्नी किस कुमारी देवी का रो-रोकर हाल बेहाल है। हरेराम यादव की मौत को लेकर क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं हैं। लेकिन हरेराम की गड्ढे में गिरने से स्वाभाविक मौत हुई है या हत्या -यह गुत्थी अभी अनसुलझी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इसका उद्भेदन हो सकेगा।