हिंदी शालीन व समृद्ध भाषा है
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
जीरादेई प्रखंड के डिवाइन पब्लिक स्कूल पथार देई जामापुर में मंगलवार को हिंदी दिवस का आयोजन किया गया ।स्कूल के निदेशक सुभाषचंद प्रसाद ने कहा कि हिंदी शालीन व समृद्ध भाषा है जो विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोलने वाली भाषा है ।उन्होंने बताया कि 14 सितंबर 1949 को संविधानसभा ने संविधान के 343 वें अनुच्छेद में हिंदी जिसकी लिपि देवनागरी होगी,उसको भारत के राजभाषा का दर्जा दिया था।
निदेशक ने बताया कि
वास्तविकता ये है कि हिंदी ही भारत की सम्पर्क भाषा है।हिंदी भारतीयों के लिए नेपाल,बंगलादेश,पाकिस्तान,अफगानिस्तान की भी सम्पर्क भाषा है।
स्कूल के प्राचार्य शिवानी विक्रम ने बताया कि
हिंदी का इतिहास हज़ार साल से ज़्यादा पुराना है।चन्द्रबरदाई ने जो आज से 800 साल पहले पृथ्वीराजरासो लिखा था वह दरसअल हिंदी ही थी।यानी हिंदी भाषा व साहित्य के रूप में हज़ार साल से ज़्यादा पुरानी भाषा है। उन्होंने बताया कि
हिंदी भाषा, 135 करोड़ लोग बोलते है जबकि इंग्लिश को 95 करोड़ व चीनी को 90 करोड़ लोग ही बोलते है।पाकिस्तान में जो उर्दू बोली जाती है वह हिंदी ही है।केवल उसकी लिपि देवनागरी के स्थान पर फारसी अरबी कर दिया गया।
प्राचार्य ने बताया कि
गौतम बुद्ध ने आज से 2500 साल पहले आम आदमी को आम आदमी की भाषा की ताकत के बारे में समझाया था।वही काम गांधी ने किया तथा देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद भी हिंदी की मजबूती व विस्तार पर जोर दिया था ।
इस मौके पर सुभाष प्रसाद प्राइवेट आईटीआई भरथुई गढ़ के प्राचार्य आलोक कुमार ,फार्मेशी कॉलेज के प्राचार्य डॉ एस गोस्वामी , अनिल चौहान, राजेश सिंह, देवेंद्र चौधरी, आलोक सिंह, शिक्षक गण एवं छात्र उपस्थित थे ।
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