वाराणसी में अन्नपूर्णा मंदिर के महन्त शंकर पुरी ने ‘ललिता सहस्रनामम्- सरल अनुवाद एवं भावार्थ’ नामक पुस्तक का विमोचन किया
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / काशी अन्नपूर्णा मंदिर प्रांगण में एक समारोह में शनिवार को महंत शंकर पुरी ने “ललिता सहस्रनामम् – सरल अनुवाद एवं भावार्थ” नामक पुस्तक का विमोचन किया गया।
विमोचन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के जिला मीडिया सह प्रभारी अरविंद मिश्रा ने कहा कि, काशी की संस्कृति, धर्म,आस्था से जुड़ी बातों को अपनी लेखनी के माध्यम से विद्वत जन दुनियां को एक बड़ा सन्देश दे रहे हैं।
पुस्तक लेखक पी एस वेंकटरमणन ने कहा कि ललिता सहस्रनामम् का पारायण दक्षिण भारत एवं अनेक राज्यों में नियमित अनेक घरों में किया जाता है। विशेष रूप से, शारदेय नवरात्रि के दिनों, ललिता सहस्रनामम् का अर्चना भी किया जाता है।
वेंकटरमणन इस ग्रन्थ का भावार्थ अंग्रेजी में भी कर चुके हैं, एवं यह प्रकाशित भी हो चुका है। लेखक के अनुसार विष्णु भगवान् ने हयग्रीव के रूप में अगस्त्य ऋषि को ललिता सहस्रनामम् का उपदेश दिया था।
प्रसिद्ध उद्यमी धीरज शर्मा ने इस पवित्र पुस्तक का मुद्रण एवं वितरण करने का निर्णय लेते हुए कहा कि शारदेय नवरात्रि में काशी के अनेक देवी मंदिरों में इस पुस्तक का वितरण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त विंध्यवासिनी देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश के शक्ति पीठ जैसे ज्वाला मुखी देवी, वज्रेश्वरी देवी, कोल्हापुर के महालक्ष्मी देवी मंदिरों में भी भेजने का व्यवस्था किया गया है।
विमोचन समारोह में प्रमुख रूप से भाजपा नेता गुलशन कपूर,जिला भाजपा शिक्षक प्रकोष्ट के सह संयोजक प्रवीण तिवारी, सुप्रसिद्ध लेखिका मीनल पाठक शर्मा, रितेश पंड्या, निशांत शर्मा, लेखिका लक्ष्मी, संतोष चौरसिया, श्री नारायण आदि उपस्थित रहे।