क्या है यौन संबंध बनाने का Safe Time, जब नहीं रहता प्रेग्नेंसी का कोई डर!
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अनचाही गर्भावस्था से बचने के लिए अधिकतर लोग कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड का इस्तेमाल करते हैं. इसमें कॉन्डम, गर्भनिरोधक दवाएं, कॉपर-टी आदि तरीके शामिल हैं. जिसमें से अनप्लांड प्रेग्नेंसी से बचाव के लिए सबसे ज्यादा कॉन्डम का इस्तेमाल किया जाता है. क्योंकि यह सस्ता और सबसे सुविधाजनक है. लेकिन, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो प्रोटेक्शन के बिना भी इंटरकोर्स करने की इच्छा रखते हैं.
ऐसे लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि आखिर वह कौन-सा समय है, जब बिना कॉन्डम (असुरक्षित यौन संबंध) शारीरिक संबंध बनाए जा सकते हैं और प्रेग्नेंसी का भी कोई डर नहीं रहे. इस आर्टिकल में आपको इस सवाल का जवाब मिलेगा.
कॉन्डम के बिना यौन संबंध बनाने का परफेक्ट टाइम क्या है?
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यकीनन पीरियड्स के आसपास गर्भवती होने की संभावना बहुत कम होती है. लेकिन फिर भी इस बात की गारंटी नहीं दी जा सकती है कि इस दौरान कॉन्डम के बिना यौन संबंध बनाना बिल्कुल चिंतामुक्त है. महिलाएं पीरियड्स खत्म होने के अगले दिन भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं. NHS के मुताबिक, इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है पुरुष का शुक्राणु गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब में 5 से 7 दिन तक जिंदा रह सकता है. अगर इस दौरान महिला के शरीर में ओवरी एग का उत्पादन कर देती है, तो गर्भावस्था की संभावना हो सकती है.
उदाहरण के लिए, मान लीजिए महिला और पुरुष पीरियड्स खत्म होने के अगले दिन ही यौन संबंध बना लेते हैं. जिसे पीरियड्स साइकिल का चौथा या पांचवा दिन कहा जाता है. इसके बाद महिला के शरीर में पुरुष का शुक्राणु मेंस्ट्रुअल साइकिल के 10 या 11वें दिन तक जिंदा रह सकता है. अगर महिला की ओवरी ने अपने निर्धारित समय से पहले एग रिलीज कर दिया, तो महिला के गर्भवती होने की संभावना हो सकती है. आप महिला के ओव्यूलेशन पीरियड (एग का उत्पादन करने का समय) ट्रैक तो कर सकते हैं, लेकिन निश्चित दिन नहीं बता सकते.
ओव्यूलेशन (एग रिलीज होने का टाइम) का समय कैसे पता करें?
महिलाओं में ओव्यूलेशन का समय पता करने के लिए निम्नलिखित तरीके इस्तेमाल किए जाते हैं. लेकिन फिर भी सटीक दिन की भविष्यवाणी कभी नहीं की जा सकती है. क्योंकि, महिला के मासिक धर्म की अवधि घटती-बढ़ती रहती है. आइए ओव्यूलेशन के कुछ प्रचलित तरीकों के बारे में जानते हैं.
तरीका 1- माना जाता है कि महिलाओं का शरीर अगले पीरियड्स शुरू होने के 12 से 14 दिन पहले एग रिलीज करता है और यह एग 12 से 24 घंटे तक जिंदा रहता है. इस समय गर्भवती होने की सबसे प्रबल संभावना होती है. हालांकि, अगले पीरियड्स की डेट का सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है, सटीक दिन नहीं बताया जा सकता.
तरीका 2- ओव्यूलेशन का समय जानने के लिए इसके लक्षणों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जब महिला की ओवरी एग रिलीज करती है, तो शरीर कुछ लक्षण दिखाने लगता है. जैसे बेसल बॉडी ट्रेंप्रेचर (आराम के समय शरीर का तापमान) का बढ़ना, सर्वाइकल म्यूकस का गाढ़ा होना, पीएमएस के लक्षण दिखना आदि. अगर ये लक्षण महिला के अंदर दिख रहे हैं, तो इसका मतलब ओवरी एग रिलीज कर रही है. जो कि 12 से 24 घंटे जिंदा रह सकता है.
तरीका 3- ओव्यूलेशन का पता लगाने के लिए कैलेंडर मेथड का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जो कि ज्यादा प्रभावी होता है. इसमें आपको कम से कम 8 महीने और ज्यादा से ज्यादा 1 साल तक अपने मेंस्ट्रुअल साइकिल को ट्रैक करना होता है. इसमें पीरियड्स के पहले दिन को मासिक धर्म का पहला दिन माना जाता है और अगले पीरियड्स के शुरु होने से पहले आखिरी दिन समझा जाता है.
- आप एक साल तक अपने पीरियड्स के पहले दिन और मासिक धर्म के कुल दिन को लिखें या ट्रैक करें.
- इसके बाद पीरियड्स ट्रैकर के एक साल के डाटा में से सबसे कम दिन वाली मेंस्ट्रुअल साइकिल और सबसे ज्यादा दिन वाली मेंस्ट्रुअल साइकिल को लिख लें.
- अब ओव्यूलेशन की संभावना की अवधि का पहला दिन पता लगाने के लिए सबसे छोटे मासिक धर्म में से 18 दिन कम कर दें. तो आपका ओव्यूलेशन पीरियड का पहला दिन निकल आएगा. जैसे, अगर सबसे छोटी साइकिल 27 दिन की है, तो 27 में से 18 घटाकर 9 दिन आएंगे.
- इसके बाद सबसे लंबी साइकिल में से 11 दिन घटाकर ओव्यूलेशन पीरियड का आखिरी दिन आएगा. जैसे, अगर सबसे लंबी साइकिल 30 दिन की है, तो 11 दिन घटाकर 19 दिन आएंगे.
- इस तरह अगर ऊपर दिए गए उदाहरण को लें, तो पीरियड्स शुरू होने के 9वें दिन से लेकर 19वें दिन तक एग रिलीज होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है. इसके बाहर कॉन्डम के बिना यौन संबंध बनाने पर गर्भवती होने की संभावना काफी कम रहेगी.
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