असामाजिक तत्वों व दबंगों ने मिलकर महादलित बस्ती के लोगों का रास्ता रोक, पिटा
नारायणपुर महादलित बस्ती के दर्जनों पुरुष, महिलाएं घायल, दो की हालत गंभीर
मार-पीट में घायल पुरुष, महिलाएं छपरा सदर अस्पताल में हैं इलाजरत
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ अमनौर‚ सारण (बिहार)
गरखा थाना क्षेत्र अन्तर्गत जलाल बसंत पंचायत के नारायणपुर महादलित के आस-पास के कुछ दबंग व आसामाजिक तत्वों ने मिलकर पहले सार्वजनिक रास्ते को रोका व फिर मिलकर मार-पीट कर आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को बुरी तरह घायल कर दिया. सभी हल्का व गंभीर रूप से घायलों का इलाज छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है.
इस मामले में नारायणपुर महादलित बस्ती के लोगों के द्वारा 20 नामजद अभियुक्तों जिसमें पवन कुमार पिता- योगेंद्र राय, बिक्कू कु. राय पिता-प्रभू राय, मुन्ना राय पिता- लालबाबू राय, अखिलेश राय पिता- नागेन्द्र राय, कुन्दन कु. राय पिता-अखिलेश राय, निरज कु. राय पिता- रामनाथ राय, मोतीलाल राय पिता-सुखलाल राय, लक्ष्ण राय, राकेश कुमार. राय, बहारन राय, योगेन्द्र राय सहित 20 नामजद अभियुक्त व लगभग 20-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ गरखा थाना एवं सारण एसपी को आवेदन देकर एससी-एसटी एक्ट सहित, अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराई गई है.
नारायणपुर महादलित बस्ती के लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व से जिस सीवान की जमीन वाली पगडंडी रास्ते का इस्तेमाल कर हम सब आते-जाते थे उस पगडंडी रास्ते को भी कुछ दिन पहले वहीं के कुछ दबंग लोगों व आसामाजिक तत्वों द्वारा मिलकर जाति सूचक गाली-गलाॅज, मारपीट कर बांस-बल्ले से घेरकर रोक दिया गया. जिसके बाद गरखा सीओ, बीडीओ, सारण डीएम, एसपी, मुख्यमंत्री बिहार, बिहार विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, स्थानीय सांसद, विधायक सहित अन्य मंत्री, अधिकारियों तक लिखित एवं मौखिक रूप से समस्याओं के निदान के लिए गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं, अब तो पानी सर से उपर जा चुकी है. पैदल आने-जाने वाली महिलाओं व पुरूषों का रास्ता रोक जाति-सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर मारा-पीटा जा रहा है. आज एक बार फिर चाकू, पिस्टल, तलवार, सहित अन्य हथियारों से लैस वहीं के दबंग लोगों व आसामाजिक तत्वों ने मिलकर महादलित बस्ती के महिला एवं पुरूषों पर हमला कर दिया, जिसमें दो लोग गंभीर व आधा दर्जन से ज्यादा लोग आंशिक रूप से घायल हैं.
हम सभी स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि नारायणपुर महादलित बस्ती के लोगों की सुरक्षा की गारंटी दी जाए, मौके पर पुलिस प्रशासन बिहार पंचायती चुनाव तक कैंप करे वरना कभी भी स्थानीय दबंगों, असामाजिक तत्वों द्वारा किसी बड़ी अप्रिय घटना को अंजाम दिया जा सकता है.
महादलित बस्ती के लोगों को चुनाव तक व बाद में भी जरूरी सुरक्षा मुहैया कराकर आसामाजिक तत्वों, गुंडा, बदमाशों को गिरफ्तार कर उचित कारवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन व चुनाव बहिष्कार करने को बाध्य होंगे. जिसकी पुरी जवाबदेही स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन की होगी.
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