जिले में जारी है संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण अभियान
जिले में टीकाकरण के साथ टेस्टिंग- ट्रेसिंग पर विशेष जोर:
गर्भवती महिलाओं के लिए भी कोविड-19 टीका पूरी तरह सुरक्षित:
कोविड से स्थाई निजात के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी:
श्रीनारद मीडिया‚ किशनगंज, (बिहार)
जिले में बीते एक सप्ताह के दौरान संक्रमण के महज 03 नये मामले सामने आये हैं। जो ये दर्शाता है कि जिले में संक्रमण की चेन टूटने लगी है। इसे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग की निगाहें सतही स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर टिकी हैं। जिले में सभी को जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार विशेष अभियान का संचालन किया जा रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जहां एक तरफ महाभियान चलाकर लोगो का टीकाकरण के साथ ही टेस्टिंग- ट्रेसिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है। वहीं जिले की रिकवरी दर भी 99.3 तथा संक्रमण दर मात्र 1.2 फीसदी है।
गर्भवती महिलाओं के लिए टीका बिल्कुल सुरक्षित: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने बताया कि कोविड-19 टीका गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे दोनों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। कोविड-19 टीका लगाने से महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने के साथ ही उनके बच्चे में भी इसका विकास होगा। गर्भावस्था में महिलाओं को विभिन्न तरह की समस्याओं से गुजरना होता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिलाओं द्वारा कोविड-19 टीका लगाया जाता है तो उसे बीमारियों से लड़ने में आसानी होगी। अगर कोई महिला गर्भकाल के दौरान कोविड-19 की शिकार होती है तो उन्हें चिकित्सक से संपर्क कर जरूरी उपचार कराना चाहिए। जैसे ही महिला संक्रमण से सुरक्षित होती हैं तो तुरंत उसे कोविड-19 टीका लगा लेना चाहिए। टीका लगाने से गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे में भी संक्रमण का अंश खत्म हो जाता है। गर्भवती महिलाओं की तरह ही माहवारी के समय में भी महिलाएं कोविड-19 टीका लगा सकती हैं। कोविड-19 टीका का प्रभाव महिलाओं के माहवारी के दौरान होने वाले हार्मोन्स सम्बन्धी बदलाव में नहीं होता। टीका लगाने के पश्चात किसी को भी हल्का बुखार, सर दर्द, हाथों में इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द आदि महसूस हो सकता है लेकिन टीकाकरण के बाद यह सामान्य है। इसलिए इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
जिले में टीकाकरण के साथ टेस्टिंग- ट्रेसिंग पर विशेष जोर: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कोरोना वायरस संक्रमण की संभावित तीसरी लहर एवं पर्व त्यौहार को लेकर सरकार चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने में जुटी हुई है। जिले में टीकाकरण के साथ टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा है। संक्रमण के प्रसार में वर्तमान दर में वृद्धि न हो इसके लिए जांच के दायरे को बढ़ाते हुए जांच में वृद्धि की गई है। जिले में प्रतिदिन 3000 टेस्ट किया जा रहा है, वहीं जिले में अबतक कुल 8, 32, 222 लोगों की जांच हुई है। जिसमें 10, 266 लोग संक्रमित पाए गये हैं।जिसमें से 10,199 लोगों ने संक्रमण पर जीत भी हासिल की है।
संक्रमण के तीसरे वेब की पूर्व तैयारी को लेकर दिया-गया आवश्यक निर्देश: सीएस
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार जिले में जिस प्रकार संक्रमण की पहली एवं दूसरी लहर का डट कर सामना किया गया है ठीक उसी प्रकार आने वाले समय में संक्रमण के तीसरे वेब की सम्भावना को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। उसके लिए चिकित्सा कर्मी एवं पारामेडिकल कर्मी 24 घंटे रहेंगे तैनात। वहीं नव निर्मित वार्ड में चिकित्सक एवं पारामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गयी है, जो रोस्टर के अनुसार चौबीसों घंटे रहकर कार्य करेंगे।साथ ही डॉक्टर ड्यूटी रूम, कंट्रोल रूम, 24 घंटे ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गयी है। वार्ड में चिकित्सीय सेवा प्रदान करने को डॉक्टर और सपोर्टिंग पारा मेडिकल स्टॉफ को चिह्नित करते हुए लगाया गया है।
कोविड से स्थाई निजात के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी: सीएस
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि कोविड संक्रमण वायरस से स्थाई निजात के लिए वैक्सीन की पूरी यानी दोनों डोज बेहद जरूरी है। क्योंकि, हम एक डोज से इस महामारी से स्थाई निजात नहीं पा सकते हैं। इसलिए, मैं तमाम लोगों से अपील करता हूँ कि बेहिचक वैक्सीन की दोनों डोज लें और इस महामारी से खुद को सुरक्षित करें। यह समाज के हर तबके के हर लोग की जिम्मेदारी भी है। वैक्सीन पूरी तरह से ना सिर्फ सुरक्षित है बल्कि, काफी प्रभावी भी है। इसलिए, लोगों को मौका मिलते ही इसे जीवन का बेहतर अवसर समझकर वैक्सीन लेनी चाहिए।