कोरोना महामारी से हमें स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में आत्मनिर्भरता की मिली सीख : सांसद
-प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में देश भर में आधारभूत स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी का हो रहा प्रयास
-सदर अस्पताल परिसर में बनाये गये आरटीपीआर लैब व ऑक्सीजन प्लांट का सांसद ने किया उद्घाटन
-महामारी से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिहाज से ऑक्सीजन प्लांट व आरटीपीसीआर लैब का संचालन महत्वपूर्ण
श्रीनारद मीडिया, अररिया (बिहार):
जिलेवासियों को अब कोरोना संबंधी विश्वसनीय जांच व संक्रमण के गंभीर रोगियों के इलाज से जुड़ी परेशानियों का सामना नहीं करना होगा। सदर अस्पताल में ही उन्हें चंद घंटों में आरटीपीसीआर जांच के नतीजे प्राप्त हो सकेंगे। वहीं गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को अस्पताल में ही पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगा। इसी उद्देश्य से सदर अस्पताल परिसर में बने आरटीपीसीआर लैब व 200 लीटर प्रति मिनट उत्पादन क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन स्थानीय सांसद प्रदीप कुमार सिंह द्वारा मंगलवार को किया गया। वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों व बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की मौजूदगी में उक्त सुविधाओं का उद्घाटन करते हुए सांसद ने इसे जिलावासियों के लिये महत्वपूर्ण उपलब्धि करार देते हुए इसे एक यादगार पल बताया।
स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी का निरंतर हो रहा प्रयास :
सांसद ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। इस कारण कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी से हमें स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में आत्मनिर्भरता होने की सीख मिली। इसके बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिले में ऑक्सीजन प्लांट की उपलब्धता व आरटीपीसीआर जांच की सुविधा इन्हीं प्रयासों की देन है। उन्होंने कहा कि फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में भी 500 लीटर क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण पूर्ण होने वाला है। इसका भी जल्द उद्घाटन किया जायेगा। सदर अस्पताल में 600 लीटर उत्पादन क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण का कार्य भी जारी है। जिले में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं होने से हमें जांच नतीजों के लिये कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था। इससे समुचित इलाज प्रभावित होता था। हवाई यात्रा सहित अपनी अन्य जरूरतों के लिये लोगों को आरटीपीसीआर जांच नतीजे के लिये परेशानी होती थी। सदर अस्पताल में ये सुविधा उपलब्ध होने से लोगों को महज दो घंटे में जांच नतीजे प्राप्त हो सकेंगे। सांसद ने कहा कि सदर अस्पताल परिसर में ही 300 बेड क्षमता वाले मॉडल अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। जो आने वाले दिनों में जिलावासियों को स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिहाज से मिल का पत्थर साबित होगा।
आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा होगी उपलब्ध : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने कहा कि प्लांट के माध्यम से जरूरतमंदों को बिल्कूल शुद्ध ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा सकेगा। आईसीयू, पेडियाट्रिक, एसएनसीयू व अस्पताल के जेनरल वार्ड को ऑक्सीजन प्लांट से जोड़ा गया है। अस्पताल के 97 बेड पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की सुविधा से जोड़े गये हैं। आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं होने से जांच के लिये हमें मधेपुरा पर निर्भर रहना पड़ता था। जहां से जांच नतीजे प्राप्त होने में चार से पांच दिन का समय लग जाता था। जिले में इसकी सुविधा होने से जांच नतीजे महज कुछ घंटों में प्राप्त हो सकेंगे। इससे गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज संभव हो सकेगा। जो लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगा। कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेता व सामाजिक कार्यकर्ता आलोक भगत, डॉ मोईज, अस्पताल प्रभारी डॉ राजेश कुमार, डीपीएम रेहान अशरफ, स्वास्थ्य प्रबंधक विकास आनंद सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
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