चंदौली जिले में सारे नाजायज कार्य करने वालों को संरक्षण देते हैं भाजपाई – पूर्व सांसद रामकिशुन
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
चंदौली / पूर्व सांसद व समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामकिशुन यादव ने चंदौली जिले की पुलिस से भाजपा नेताओं के दुर्व्यवहार पर कड़ी निंदा की है। भाजपा के लोगों को चाल, चरित्र व चेहरे पर सवाल दागते हुए कई आरोप लगाए हैं।
रामकिशुन यादव ने कहा है कि भाजपा के कार्यकर्ता पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि अपने नाजायज कार्यों को कराने के लिए थाने, तहसील आदि के कर्मचारियों और सरकारी अधिकारियों पर लगातार दबाव बनाने का काम करते रहते हैं और वह अपने लक्ष्य में कामयाब नहीं हुए तो कर्मचारियों और अधिकारियों का उत्पीड़न भी करते हैं। इसीलिए कभी-कभी दबाव ना मानने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की बात ना सुनने का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है।
रामकिशुन यादव ने सकलडीहा के एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के तबादले की याद दिलाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता के अवैध निर्माण को ना ढहाया जाए। इसलिए प्रेम प्रकाश मीणा को सकलडीहा तहसील से हटाकर चकिया तहसील में भेज दिया गया। यह भारतीय जनता पार्टी के अवैध कारनामों का सबसे बड़ा नमूना है।
इसके साथ ही साथ कहा कि सैयदराजा थाने में मंगलवार की पूरी रात जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के उत्पीड़न के नाम पर थाने में भाजपा के नेताओं कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के सामने नंगा तांडव करने का प्रयास किया है, इससे भारतीय जनता पार्टी की मानसिकता और कार्यकर्ताओं की सोच भी प्रदर्शित होती है।
रामकिशुन यादव ने पुलिस पर भी अंकुश लगाए जाने की मांग की और कहा कि पुलिस को भी रक्षक होने की आदत डालनी होगी। पुलिस अगर रक्षक के बजाय भक्षक बनने का काम करेगी तो पुलिस को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। पुलिस को व्यापारियों का उत्पीड़न करना बंद करना चाहिए और जो दोषी हैं केवल उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।