मंत्री अनिल राजभर ने मनीष सिसोदिया को दिया जवाब- हमें दिल्ली के लोगों से प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए सीएम योगी 6 अक्टूबर को अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आ रहे हैं। वे यहां दिव्यांग क्रिकेट समापन समारोह में भी शामिल होंगे। उसके पहले कैबिनेट मंत्री अऩिल राजभर रविवार को सिगरा स्थित स्मपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर जमकर निशाना साधा।
मनीष सिसोदिया के यूपी में कानून व्यवस्था वाले बयान का जवाब देते हुए अनिल राजभर ने कहा कि ऐसे लोगों के बारे में क्या प्रक्रिया दी जाए जिसे कुछ पता ही नहीं है।
मंत्री अनिल राजभर ने तंज कसते हुए कहा कि छोट से इलाके में लोग काम करते हैं और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य को संभालने की बात करते हैं। भाजपा और योगी सरकार ने जोरो टॉलरेंस पर काम किया है। अपराधी जमानत तोड़ कर जेल में जाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश छोड़ कर दिल्ली जैसे महानगरों में जाकर शरण ले रहे हैं। योगी सरकार ने और भी तमाम प्रकार के प्रयास में पूरे दुनिया में अपना डंका बजा दिया है।
अनिल राजभर ने कहा कि सिसोदिया जैसे लोगों को मैं सलाह दूंगा कि सोच समझकर बोलना चाहिये। ऐसे लोग सस्ती लोकप्रियता हासिल करते हैं। दिल्ली की शिक्षा व्यावस्था क्या है, ये किसी से नहीं छिपी है। उत्तर प्रदेश की सरकार ने तीन साल के अंदर कायाकल्प योजना के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों को आधुनिक विद्यालय बना दिया है, इसके लिए हमें दिल्ली के लोगों से प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं है।
अनिल राजभर ने कहा कि सिसोदिया गिनकर बता दें कि उनके यहां कितने सरकारी विद्यालय हैं, जितनी सरकारी विद्यालय दिल्ली में होंगे, हमारे एक मंडल में उससे ज्यादा विद्यालय होंगे। सिसोदिया की सरकार का चेहरा बेनकाब हो गया है। कोरोनाकाल में यूपी और बिहार के लोगों को किस तरह से गुमराह कर दिल्ली के बॉर्डर पर लावारिस छोड़ दिया गया, सबने देखा है, जिन लोगों ने उनकी सरकार बनाई थी वो सब अब अगले चुनाव का इंतजार कर रहे हैं।
राजभर ने कहा कि उन्हें अगर अपनी योजनाओं पर इतना गर्व है तो यूपी से चुनाव लड़े उन्हें सब पता चल जाएगा। मंत्री ने कहा ये तो राजनीतिक पर्यटन करने वाले लोग हैं, आते-जाते रहेंगे। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। 2017 की तरह या उससे भी ज्यादा बहुमत के साथ भाजपा अपनी सरकार बनाएगी।