जेपी लाभ के पद को ठुकरा, गरीबो के साथ रहना स्वीकार किया : रविशंकर प्रसाद
# जेपी की जयंती विश्वविद्यालय परिसर बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):
जयप्रकाश नारायणजी गरीबी में रहकर समाज सेवा का रास्ता अपनाया ,उन्होंने शांति और अहिंसा के पथ पर चलकर देश को आजाद कराया, आज हम सबों को खासकर छात्रों व नौजवानों को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है , यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उक्त बातें भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद तथा जेपी आंदोलन के कर्ता-धर्ता रविशंकर प्रसाद ने मुख्य वक्ता के रूप विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित जे.पी.जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कही।
बताते चलें कि इससे पूर्व आगत मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर जयंती का विधिवत उदघाटन किया तथा उन्हें कुलपति प्रोफ़ेसर फारूक अली एवं विश्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारियों तथा समाज सेवा के प्रति उत्कृष्ट कार्य करने वाले राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित छात्राओं के हाथों प्रतीक चिन्ह गुलदस्ता एवं शॉल देकर सम्मानित किया गया।
जयंती को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जेपी एक विचारधारा का नाम है जिन्होंने देश को आजाद करा कर एक नई दिशा दी है, जेपी ने गरीबों को वोट की बडी़ ताकत दी है जिसके बल पर जनता सरकार को बदल सकती है।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जयप्रकाश नारायण ऐसे इंसान थे जिन्होंने शिष्टाचार एवं मर्यादा से कभी समझौता नहीं किया बल्कि राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद को ठुकरा कर गरीबो मे रहकर समाज सेवा का रास्ता अपनाया ऐसे महान सेनानी को ह्रदय से नमन करता हूं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने जेपी के चिठियों व अन्य दस्तावेजों को बेहतर ढंग से रखरखाव के लिए एक म्यूजिक बनाने का सुझाव दिया ताकि आज के युवा पीढ़ी नौजवान उनसे भविष्य मे सीख लेने मे प्रेरणादायक बन सके। इस अवसर पर आगत अतिथियों व गणमान्य लोगो द्वारा जे. पी. के आदमकद परतिमा पर मल्यार्पन किया गया।
वहीं जयंती के अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्राओ द्वारा अतिथियों के सम्मान मे जे.पी वंदना व देश भक्ति गानों को पेश की गई।इस अवसर पर जेपीयु के कुलपति ने अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन मे कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के सुझाव पर अमल किया जाएगा।
उन्होंने जयंती की तैयारी मे लगे विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को दिल से धन्यवाद दिया।इस अवसर पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मंत्री जनक राम एवं विश्वविद्यालय के दर्जनों अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया । जबकि मंच का संचालन कुल सचिव आरपी बबलू ने किया।
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