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बिहार में उद्योग लगाने की जिद है – अगर अभी नहीं तो फिर कभी नहीं : शहनवाज - श्रीनारद मीडिया

बिहार में उद्योग लगाने की जिद है – अगर अभी नहीं तो फिर कभी नहीं : शहनवाज

बिहार में उद्योग लगाने की जिद है – अगर अभी नहीं तो फिर कभी नहीं : शहनवाज

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श्रीनारद मीडिया,राकेश सिंह, स्‍टेट डेस्‍क:

बिहार में उद्योग लगाने की जिद है – अगर अभी नहीं तो फिर कभी नहीं। किसी भी राज्य के उद्योग की रीढ़ होती है स्टील इंडस्ट्री, इसलिए बिहार के स्टील उद्योग की दिक्कतें दूर करके रहेंगे । बिहार में उद्योग तेजी से लग रहे हैं, जब से मंत्री बना हूं 501 एकड़ जमीन उद्योगों की स्थापना के लिए दे चूका हूं। ये बातें बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को बिहार के स्टील मैनुफैक्चरिंग उद्योग के बड़े कारोबारियों के साथ एक संवाद कार्यक्रम में कही। पटना के मौर्या होटल में संवाद कार्यक्रम का आयोजन बिहार स्टील मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन द्वारा किया गया जिसका मकसद राज्य में स्टील उद्योग को प्रोत्साहित करना और इस सेक्टर में नए अवसरों पर विचार करना था।

 

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जुटे स्टील मैनुफैक्चरिंग सेक्टर के कारोबारियों को संबोधित करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमारे राडार से बिहार का एक भी उद्योग नहीं बचेगा जिसमें कि दोबारा जीवंत होने की थोड़ी भी गुंजाइश बची हो। उन्होंने कहा कि बड़ा उद्योग हो या छोटा उद्योग, तंगहाली से गुजर रहा उद्योग हो या बंद उद्योग, हम हर किसी की चिंता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम बाहर के उद्योगपतियों को बिहार लाने के लिए प्रयासरत्त हैं तो बिहार के पुराने उद्योगों में भी जान फूंकने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कई सेक्टर से मुलाकात के बाद आज बिहार के स्टील मैनुफैक्चरर्स के साथ भी इतनी बड़ी बैठक हुई है। स्टील उद्योग की समस्याएं हमने सुनी है और भविष्य की संभावनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि बिहार में इस वक्त हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। राज्य में बड़े बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं और इसलिए यहां स्टील इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए भी बहुत संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि इंडस्ट्री की रीढ़ यानी स्टील इंडस्ट्री की दिक्कतें दूर हों और वो बिहार की औद्योगिक क्रांति में अहम भागीदारी निभाए।

 

संवाद कार्यक्रम में स्टील कारोबारियों ने उद्योग मंत्री के समक्ष खुलकर अपनी समस्याएं और सुझाव दोनों रखे। वन नेशन-वन टैरिफ के तहत विद्युत अऩुदान की मांग उठी तो स्टील उद्योग की बेहतरी के लिए इकाईयों को उपलब्ध कराई जा रही विद्युत की गुणवत्ता सुधारने की भी मांग हुई। संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए राज्य के स्टील उद्योग के प्रतिनिधियों ने राज्य सरकार और इसके विभिन्न उपक्रमों में होने वाली खरीद में स्थानीय स्टील उद्योग की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी उद्योग मंत्री से प्रयास करने का आग्रह किया।

 

बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राज्य में स्टील यानी इस्पात की खपत 5 लाख मैट्रिक टन मासिक है जबकि उत्पादन मात्र एक लाख मैट्रिक टन मासिक। उन्होंने कहा कि हर संभव प्रयास होना चाहिए कि राज्य में स्टील उत्पादन में वृद्धि हो और उत्पादन व खपत को बराबर करने का पहला लक्ष्य हम हासिल करें।

 

सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ये सौभाग्य की बात है कि केंद्र के स्टील मंत्री भी बिहार से हैं और ऊर्जा मंत्री भी। इसलिए बिहार के स्टील उद्योग को चिंता करने की जरुरत नहीं है। जो भी दिक्कतें हैं उसे केंद्र और राज्य सरकार मिलकर दूर करने का प्रयास करेगी। लेकिन ये तय है कि बिहार को उद्योग क्षेत्र में नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रण इसी कार्यकाल में पूरा करके दिखाना है।

 

 

 

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