फिर बन रहा पश्चिमी विक्षोभ, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से हालात खराब हो गए हैं। उत्तराखंड में वर्षा जनित हादसों में अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 19 घायल और कई लोग अभी भी लापता बताए जाते हैं। वहीं केरल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 42 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई अन्य अभी भी लापता हैं। मौसम विभाग की मानें तो देश के विभिन्न हिस्सों में 25 अक्टूबर तक बारिश का दौर बना रहेगा। विभाग का कहना है कि एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर बन रहा है जिससे भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका बन रही है…
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक मौसम विभाग ने एक बार फिर अत्याधिक भारी बारिश का अनुमान जताते हुए केरल के आठ जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की मानें तो केरल के पतनमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वयनाड और कन्नूर में मूसलाधार बारिश हो सकती है। यही नहीं विभाग ने कोल्लम, अलप्पुझा, तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम, त्रिशूर और कासरगोड जिलों में भारी वर्षा की आशंका जताते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया।
मौसम विभाग का कहना है कि केरल तट पर 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इसे देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 21 से 25 अक्टूबर के दौरान केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज चमक के साथ व्यापक रूप से भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की ओर से जारी ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन में कहा गया है कि 22-24 अक्टूबर के दौरान एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र खास तौर पर जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को प्रभावित करने की संभावना है। यह 23-24 अक्टूबर के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों पर भी सक्रिय हो सकता है। इसकी वजह से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में गरज चमक और तेज हवा के साथ ओलावृष्टि और भारी वर्षा की आशंका है।
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