फिल्म जगत में ऑस्कर पुरस्कार का विषेश महत्व है। हर साल ऑस्कर के लिए फिल्में नॉमिनेट की जाती हैं। हाल में 94वें अकादमी अवॉर्ड्स के लिए 14 भारतीय फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया गया था।इनमें विद्या बालन की ‘शेरनी’ और विक्की कौशल की फिल्म ‘सरदार उधम’ ने अपनी जगह बनाई थी।अब जानकारी सामने आ रही है कि तमिल फिल्म ‘कूझंगल’ को ऑस्कर 2022 में भारत की तरफ से आधिकारिक एंट्री मिल गई है।
ऑस्कर एंट्री के लिए चयन प्रक्रिया कोलकाता में संपन्न हुई
फिल्म ‘कूझंगल’ ने सभी 14 भारतीय फिल्मों को पछाड़कर ऑस्कर 2022 की रेस में अपनी जगह पक्की की है।
अकादमी अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेटेड इन 14 भारतीय फिल्मों में से किसी एक फिल्म को भारत की तरफ से आधिकारिक एंट्री के लिए भेजना था।
भारत की ओर से ऑस्कर एंट्री के लिए चयन प्रक्रिया कोलकाता में संपन्न हुई है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के 15 सदस्यों की जूरी ने यह निर्णय लिया है।
शॉर्टलिस्टेड इन 14 फिल्मों में मलयालम फिल्म ‘नायटू’, तमिल फिल्म ‘मंडेला’ और गुजराती फिल्म ‘शेलो शो’ और असमिया फिल्म ‘ब्रिज’ भी शामिल थी।
जूरी ने इन फिल्मों को देखा और सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री के तौर पर ‘कूझंगल’ पर अपनी मुहर लगाई। इस फिल्म का निर्देशन पीएस विनोथराजी ने किया है।
फिल्म का निर्माण और प्रस्तुतीकरण नयनतारा व विग्नेश शिवन के राउडी पिक्चर्स बैनर द्वारा किया गया था।
ऐसी है तमिल फिल्म ‘कूझंगल’ की कहानी
प्रोड्यूसर विग्नेश ने सोशल मीडिया पर भी अपनी खुशी जाहिर की है। फिल्म ने इस वर्ष रॉटरडैम के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रतिष्ठित टाइगर पुरस्कार जीता था।
यह फिल्म एक शराबी पिता और उसके बेटे के बीच के संबंधों की पड़ताल करती है। उनकी पत्नी अपने शराबी पति से तंग आकर अपने माता-पिता के घर वापस चली जाती हैं।
फिल्म की कहानी में दिखाया जाता है कि कैसे बाप-बेटे की जोड़ी ने उस महिला का विश्वास जीता।
बतौर निर्देशक पीएस विनोथराजी की यह पहली फिल्म है। फिल्म इसी साल 4 फरवरी को रिलीज हुई है। फिल्म में चेल्लापंडी और Karuththadaiyaan को मुख्य भूमिकाओं में देखा गया था।
यह फिल्म सच्ची घटना से प्रेरित है। अब यह फिल्म ऑस्कर 2022 जीतने से महज दो कदम दूर है।
2022 में ऑस्कर 27 मार्च को आयोजित किए जाएंगे। समारोह का आयोजन 27 फरवरी, 2022 को होने वाला था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसे टाला गया।
नियमों के बदलाव के कारण उन फिल्मों को भी पुरस्कार समारोह में शिरकत करने का मौका मिलेगा, जो थिएटर में नहीं, बल्कि ऑनलाइन रिलीज की गईं।
पिछले साल जोस पेलिसरी के निर्देशन में बनी मलयालम फिल्म ‘जल्लीकट्टू’ को ऑस्कर भेजा गया था। हालांकि, फिल्म ऑस्कर जूरी की फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना सकी थी।
यह भी एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है, जिसमें दो लड़कियों के बीच घनिष्ठ मित्रता के बारे में बताया गया है।