लौह महिला इंदिरा गांधी अंतिम समय तक करती रहीं देश सेवा-राहुल गांधी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आज पुण्य तिथि है. इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनकी समाधी शक्ति स्थल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. राहुल गांधी ने उन्हें नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण बताया. आज ही के दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
राहुल गांधी ने इस मौके पर एक ट्वीट कर कहा कि उनकी दादी अंतिम घड़ी तक निडरता से देश सेवा में लगी रही. राहुल गांधी ने कहा कि उनका जीवन हमारे लिए प्रेरणा है. नारी शक्ति की बेहतरीन उदाहरण श्रीमती इंदिरा गांधी जी के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि.
इधर, कांग्रेस पार्टी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी. कांग्रेस ने देश के लिए उनके योगदान को भी याद किया. पार्टी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, देश की सेवा करते हुए देश पर न्योछावर हो जाना ही देश के प्रति असली समर्पण है. पार्टी ने कहा कि, इंदिरा गांधी ने शक्ति का प्रतिनिधित्व किया है. वो भारत की लौह महिला थीं.
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए एक भावुक वीडियो पोस्ट किया है. तीन मिनट के इस वीडियो में इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार में राहुल गांधी रोते हुए दिख रहे हैं. राहुल गांधी ने वीडियो में इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार के अलावा उनके व अपने पिता राजीव गांधी के साथ बिताए गए पलों समेत कई पुरानी यादों की तस्वीरें भी शेयर की हैं.
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 1984 में आज ही के दिन दिल्ली में हत्या कर दी गई थी. उस समय राहुल गांधी केवल 14 वर्ष के थे. इसके सात साल बाद मई 1991 में उनके पिता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हुई थी. राहुल गांधी ने इसे अपने जीवन का दूसरा सबसे कठिन दिन बताया. वीडियो में उन्होंने कहा, यह मेरी दादी का अंतिम संस्कार था, मेरे जीवन का सबसे कठिन, खैर दूसरा सबसे कठिन दिन. उन्होंने मुझसे कहा था रोना मत… आप देख सकते हैं कि अंतिम संस्कार में मैं अपना चेहरा छुपा रहा हूं.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मरने से पहले, मेरी दादी इंदिरा गांधी ने मुझसे कहा था कि ‘अगर मुझे कुछ हो जाए तो रोना मत…’ तब मुझे समझ नहीं आया था कि उसका क्या मतलब है. उन्होंने आगे कहा, दो-तीन घंटे बाद उनकी मौत हो गई थी. उन्हें शायद पहले से ही लगने लगा था कि उनकी हत्या कर दी जाएगी. मुझे लगता है कि घर के सभी लोगों ने भी इसे महसूस किया था. उन्होंने एक बार मुझसे, हम सभी से, खाने की मेज पर कहा था कि सबसे बड़ा अभिशाप एक बीमारी से मरना होगा. उनके दृष्टिकोण से यह शायद मरने का सबसे अच्छा तरीका था. अपने देश के लिए, उस विचारधारा के लिए जिसे वह पंसद करती थीं. आज मैं समझता हूं, लेकिन तब मैंने नहीं समझा था.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पुरानी यादों का जिक्र करते हुए कहा कि घर में मेरे पिता काफी सख्त थे और मेरी अनिवार्य रूप से दो मां थीं, जिनमें एक ‘सुपर’ मां भी शामिल है, जो मेरी दादी थीं, जो मेरे पिता के नाराज़ होने पर मेरा बचाव करती थीं. वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपनी दादी के साथ खेलते हुए खुद की तस्वीर ट्वीट करते हुए श्रद्धांजलि साझा की. इसके साथ उन्होंने लिखा, आपका जीवन साहस, निडरता और देशप्रेम का संदेश है. आपका जीवन आदर्शों की राह पर चलते हुए न्याय के लिए लड़ते रहने का संदेश है.
गौरतलब है कि 31 अक्टूबर 1984 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके आवास पर कर दी गई थी. उन्ही के दो सुरक्षा कर्मियों ने उनकी हत्या कर दी थी. सुरक्षा में तैनात सब इंस्पेक्टर बेअंत सिंह और कांस्टेबल सतवंत सिंह उनपर फायरिंग की थी.
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