Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
सहरसा कोविड-19 टीकाकरण में अव्वल- जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी - श्रीनारद मीडिया

सहरसा कोविड-19 टीकाकरण में अव्वल- जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी

सहरसा कोविड-19 टीकाकरण में अव्वल- जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व एवं टीम सहरसा के भागीरथी प्रयासों का परिणाम:
असाधारण प्रयास, असाधारण परिणाम:

श्रीनारद मीडिया, सहरसा, (बिहार):


सहरसा जिला राज्य में चल रहे कोविड- 19 टीकाकरण में प्रथम स्थान पर आ चुका है। जिले में अब तक 78.20 प्रतिशत लोगों को कोविड- 19 टीका से आच्छादित किया जा चुका है। इसके लिए जिले के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद को संजय कुमार सिंह, कार्यपालक निदेशक द्वारा प्रशस्ति पत्र देते हुए सम्मानित भी किया गया। जिले की इस उपलब्धि के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने जिलाधिकारी कौशल कुमार के कुशल नेतृत्व एवं टीम सहरसा के सार्थक प्रयासों की उपलब्धि बताया।

असाधारण प्रयास, असाधारण परिणाम:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद ने बताया जिले में चल रहे कोविड- 19 टीकाकरण के दौरान जब जिला राज्य में 24वें स्थान पर था वहीं राज्य के अन्य बड़े जिले में टीकाकरण का प्रतिशत सहरसा से अधिक था। यही नहीं सहरसा जिले में एक प्रखंड का भी कोविड- 19 टीकाकरण प्रतिशत काफी अच्छा था। इस समय जिले में चल रहे कोविड- 19 टीकाकरण की रणनीति पर विचार जरूरी था। उन्होंने कहा हम सोचने को मजबूर हो गये जब सहरसा से बड़े जिले में कोविड- 19 टीकाकरण प्रतिशत सहरसा से अधिक हो सकता है तो सहरसा जिले के टीकाकरण प्रतिशत को बढ़ाने के लिए क्या किया जा सकता है। ऐसे में यह समझा गया कि पूरे जिले को एक साथ नहीं बल्कि प्रखंड स्तर पर कोविड- 19 टीकाकरण की रणनीति में बदलाव जरूरी है। इसके लिए प्रखंड स्तर पर टीकाकरण कार्य में लगे कर्मियों को अधिक से अधिक टीके लगाने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रकार जिले के अधिकांश प्रखंडों में कोविड- 19 टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ ली लेकिन कुछ स्थानों पर अभी भी टीकाकरण रफ्तार नहीं पकड़ पा रही थी। इसके लिए भी आवश्यक बदलाव किये गये। बदलाव से टीकाकरण को वहां भी रफ्तार मिलने लगी। इस प्रकार जिले का कोविड- टीकाकरण प्रतिशत तो बढ़ा लेकिन अभी भी जिला राज्य में काफी पीछे चल रहा था। ऐसे में आईसीडीएस टीम की समीक्षा करते हुए पहली एवं दूसरी खुराक के देय लाभाथिर्यों का आंगनबाड़ी स्तर पर सर्वेक्षण किया गया। 18 अक्टूबर तक यह सर्वेक्षण पूर्ण होने के बाद पहली एवं दूसरी खुराक के लाभार्थियों की सूची के अनुरूप प्रखंड स्तर पर सूक्ष्म कार्य योजना तैयार की गई। जिले में कोविड- 19 टीकाकरण के लिए कार्यरत 151 नियमित टीमों को एक दिन में अधिकतम 2 आंगनबाड़ी केन्द्रों की सूची के साथ सभी को टीका लगाने का काम दिया जाने लगा। लोगों को टीकाकरण सत्र स्थलों पर लाने के लिए भी टीमें रवाना की गई। एक विशेष दिन में सुबह 6 बजे से पहले आंगनबाड़ी केन्द्र पर टीकाकरण दल द्वारा टीकाकरण आरंभ कर दिया जाने लगा जो सुबह 9 बजे तक आंगनबाड़ी केन्द्र पर कम लोगों को टीका लगाने का काम किया एवं सुबह 9 बजे के वैसे लाभार्थी जो टीका लगवाने आंगनबाड़ी केन्द्र नहीं आये थे को सूची में चिह्नित करते हुए 12 बजे तक घर-घर जाकर टीका लगाया जाने लगा। इसके बाद वही टीम 1 बजे से 4 बजे तक दूसरे आंगनबाड़ी केन्द्र पर हितग्रहियों का टीकाकरण करने लगी एवं 4 बजे से शाम 7 बजे तक टीका लेने आंगनबाड़ी केन्द्र पर नहीं पहुंचे लाभार्थियों को घर-घर जाकर टीका लगाया जाने लगा। इस प्रकार एक टीम द्वारा एक विशेष दिन में दो आंगनबाड़ी केन्द्रों को संतृप्त किया जाने लागा। इस प्रकार जिले में कोविड- 19 टीकाकरण में लगी 151 टीमें 302 आंगनबाड़ी केन्द्रों को शत् प्रतिशत आच्छादन सुनिश्चित करने लगी। इस प्रकार 19 से 25 अक्टूबर तक जिले के सभी 2000 आंगनबाड़ी केन्द्रों का कोविड- 19 टीका से शत् प्रतिशत आच्छादन हो गया। महासर्वेक्षण द्वारा पहचाने गये रिफ्यूजलों को परिवर्तित करने के लिए प्रखंड स्तर पर समर्पित दलों का गठन किया गया, उन्हें टीकाकरण के लिए मनाने और जुटाने के लिए बस्तियों में भेजा जाने लागा। महासर्वेक्षण में किये गये अनुपस्थित लाभार्थियों का पुनरीक्षण किया गया। प्रखंड स्तर अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को खराब प्रदर्शन कर रही टीमों द्वारा बदला गया। दूसरे डोज देय सूची लाभार्थियों को टीकाकरण स्थलों पर आने के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर नियंत्रण कक्षों का संचालन करते हुए बुलाया गया। राज्य स्तर पर निर्धारित मेगा अभियान के अलावा जिला स्तर पर 31 अक्टूबर एवं 2 नवम्बर को अतिरिक्त महाअभियान अयोजित किया गया। कोशी तटबंध के भीतर 33 पंचायतों में टीकाकरण दल एक दिन पहले नावों से भेजे गये और उन्हें अगले दिन की सुबह से बेहतर लक्ष्य प्राप्ति के लिए भोजन एवं रहने की व्यवस्था की योजना बनायी गयी। इस प्रकार वर्तमान परिणाम पाने के लिए पिछले 25 दिनों के दौराना पूरे जिला तंत्र को तैयार किया गया था।

इसके लिए उन्होंने सिविल सर्जन डा. अवधेश कुमार, जिले में कार्यरत सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक विनय रंजन, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर, सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि, हितधारी संगठनों के कर्मियों, जिला एवं प्रखंड स्तर के प्रशासनिक पदाधिकारियों, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, टीकाकरण में लगे सभी कर्मियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

यह भी पढ़े

गोपालगंज के महम्मदपुर‚ सिधवलिया में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत‚ आधा दर्जन बीमार

IREDA ने ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2021’ के एक भाग के रूप में ‘व्हिसल ब्लोअर पोर्टल’ लॉन्च किया है।

PM मोदी का अहम एलान- 2070 तक भारत हो जाएगा नेट जीरो उत्सर्जन राष्ट्र, जलवायु पर दिया पंचामृत फार्मूला

गोपालगंज के सिधवलिया और महम्मदपुर में जहरीली शराब से मरे सात लोगों के परिवार से मिले भूतल परिवहन मंत्री

Leave a Reply

error: Content is protected !!