‘आयुष्मान योजना’ बनी जीवन का वरदान, अब खुशहाल जीवन जी रही है सारण की शिवकली
• अब सामान्य तरीके से धड़क रही है शिवकली के दिल की धड़कन
• पटना के निजी अस्पताल में हुआ पेसमेकर इम्पलांट
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)
छपरा। आर्थिक मजबूरी के चलते बीमारी से जूझते-बिखरते निर्धन परिवारों के लिए आयुष्मान भारत योजना एक बड़ा सहारा बन रही है। शिवकली देवी अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रही थी। हंसी खुशी जीवन की पहिया चल रही थी। उनके पति जूट मिल में मजदूरी कर अपना गुजर-बसर करते थे। वर्ष 2007 में उनकी मृत्यु हो गयी। शिवकली देवी के चार पुत्र हैं ,जिसमें तीन बेटे दूसरे प्रदेश में रहकर मजदूरी करते हैं। सबसे छोटा बेटा अपनी माँ के साथ गांव में रहता है। वर्ष 2020 की बात है सारण जिले के मढौरा प्रखंड के नवादा टोला गांव निवासी शिवकली एक दिन अचानक बेहोश होकर गिर गयी। तब उन्हें इलाज के गांव के हीं निजी चिकित्सक के क्लिनिक में भर्ती कराया गया। जहां पता चला कि उनके दिल की धड़कन सही तरीके से काम नहीं कर रही है। उनका ऑपरेशन करना होगा। इसके लिए एक से डेढ़ लाख रुपये का खर्च आयेगा। इतनी रकम सुनते गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर शिवकली देवी के होश उड़ गये। ऑपरेशन के खर्च को जानकर उसका परिवार चिंतित हो गया क्योंकि कोरोना महामारी के कारण उसका परिवार आमने-सामने हो गया था। तब डॉक्टर ने आयुष्मान भारत योजना की जानकारी दी। जिसके बाद शिवकली देवी आयुष्मान कार्ड के लिए पंचायत भवन पर पहुंची। जहां पर पाया गया कि उनके परिवार के लोगों का नाम आयुष्मान योजना से जुड़ा है।
पटना के निजी अस्पताल में हुआ पेसमेकर इम्पलांट:
पीएम-जेएवाई (आयुष्मान) कार्ड प्राप्त करने के बाद वे फिर से कार्डियोलॉजिस्ट के पास गयी। जिन्होंने जनवरी 2021 को जीवक हार्ट हॉस्पिटल और रिसर्च इंस्टीट्यूट, पटना में पेसमेकर इंप्लांट लगाने के लिए उनका ऑपरेशन किया। अब शिवकली देवी खुशी से जीवन जी रही हैं। आखिर में आयुष्मान के तहत उन्हें नया जीवनदान मिला है।
अब सामान्य तरीके से धड़क रही है शिवकली की धड़कन:
आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि पेसमेकर एक छोटा सा उपकरण होता है। जब दिल सही तरीके से काम नहीं करता और फेल होने लगता है तो दिल की धड़कन को सामान्य करने के लिए पेसमेकर का सहारा लिया जाता है। पेसमेकर को रिचार्ज करने के लिए बैटरी को एक निश्चित समय पर बदलना पड़ता है। यह हृदय की मांसपेशियों को संकेत भेजता है जिससे अप्राकृतिक धड़कनों का निर्माण होता है।
गरीबों के लिए वारदान है योजना:
नि:संदेह जरूरतमंद परिवारों के लिए आयुष्मान योजना वरदान साबित हो रही है। गोल्डन कार्ड तैयार करने के लिए भी टीम गंभीरता से कार्य कर रही है। हर संभव प्रयास रहता है कि कोई भी व्यक्ति परेशान नहीं हो।
डॉ. जेपी सुकुमार, सिविल सर्जन, सारण