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580 साल बाद लगेगा 19 नवंबर 2021 को चंद्र ग्रहण. - श्रीनारद मीडिया

580 साल बाद लगेगा 19 नवंबर 2021 को चंद्र ग्रहण.

580 साल बाद लगेगा 19 नवंबर 2021 को चंद्र ग्रहण.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

वर्ष 2021 का अंतिम चंद्र ग्रहण नवंबर महीने में ही 19 तारीख को लगेगा. यह चंद्र ग्रहण भारत के कुछ राज्यों में आंशिक रूप से दिखेगा. ज्योतिष के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय पूजा-पाठ समेत सभी प्रकार के शुभ कार्य करना वर्जित होता है.

19 नवंबर को लगने जा रहा चंद्र ग्रहण 18 और 19 नवंबर की मध्य रात्रि के आसपास होगा. इसे अलग-अलग जगहों पर टाइमजोन के अनुसार 18 नवंबर की रात और 19 नवंबर की भोर तक देखा जा सकेगा. जानें इससे जुड़ी और कुछ खास बातें.

19 नवंबर के दिन चंद्रमा और पृथ्वी के बीच अधिक दूरी के कारण यह चंद्रग्रहण काफी लंबी अवधि का होने जा रहा है. 19 नवंबर को लगने जा रहे आंशिक चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड्स की होगी. बता दें कि इस चंद्र ग्रहण से पहले इत लंबा चंद्र ग्रहण19 फरवरी 1440 को लगा था. यानि 580 वर्षों के बाद इतनी लंबी अवधि का चंद्रग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगने जा रहा है. और इसके बाद वर्ष 2669 के 8 फरवरी को ऐसी ही लंबी अवधि का चंद्रग्रहण लगेगा. नासा के मुताबिक, एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं. अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे.

19 नवंबर को लगने वाला आंशिक चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 19 नवंबर की सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इस चंद्रग्रहण को भारत में मणिपुर की राजधानी इंफाल और उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में देखा जा सकेगा.

19 नवंबर को लगनेवाला आंशिक चंद्रग्रहण इस साल यानी वर्ष 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण होगा. इससे पहले इस साल 26 मई को चंद्रग्रहण लगा था जिसे लाल रंग का होने के कारण सुपरमून या रेडब्लड मून कहा गया.

19 नवंबर को लगने वाले आंशिक चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद ही सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जो 4 दिसंबर 2021 को लगेगा.

19 नवंबर को लगने जा रहे चंद्रग्रहण को दुनिया के कई हिस्सों जैसे – यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका, हिंद महासागर और एशिया में देखा जा सकेगा.

जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तो इस घटना को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं. लेकिन जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया में रहता है तो पूर्ण चंद्रग्रहण होता है और जब चंद्रमा का सिर्फ एक भाग पृथ्वी की छाया में होता है तो ऐसी स्थिति में आंशिक चंद्र ग्रहण लगता है.

पूरे भारत में नहीं दिखेगा चंद्र ग्रहण

19 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई देगा. यह सिर्फ भारत के पूर्वोतर राज्यों जैसे असम, अरूणाचल प्रदेश में सीमित पलों के लिए नजर आएगा. यह चंद्र ग्रहण अरुणाचल प्रदेश और असम के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में चंद्रोदय के ठीक बाद बहुत कम समय के लिए दिखाई देगा. यह चंद्रग्रहण वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा. इससे वृषभ राशि सबसे अधिक प्रभावित होगा.

इन देशों में दिखेगा 19 नवंबर को लगनेवाला चंद्रग्रहण

भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा 19 नवंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण पूर्वी एशिया, उत्तरी यूरोप, अमेरिका और आस्ट्रेलिया दिखाई देगा.

मान्य नहीं होगा सूतक काल

इस महीने 19 तारीख को लगनेवाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने पर ही सूतक काल मान्य होता है. चूंकि यह उपछाया चंद्र ग्रहण है इसलिए इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा. बता दें कि पूर्ण चंद्र ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले से ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है.

उपछाया ग्रहण क्या है

चंद्र ग्रहण के शुरू होने से पहले चंद्रमा धरती की उपछाया में प्रवेश करता है. लेकिन जब चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में प्रवेश किए बिना ही बाहर निकल आता है तो ऐसी स्थिति में उसे उपछाया ग्रहण कहते हैं. चंद्रमा जब धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है, तभी उसे पूर्ण रूप से चंद्र ग्रहण माना जाता है. ज्योतिष के अनुसार उपछाया ग्रहण को वास्तविक चंद्र ग्रहण नहीं माना जाता है.

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